किशनगंज : किशनगंज : बीएसएफ ने मुठभेड़ में भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक बांग्लादेशी तस्कर को मार गिराया
पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में उत्तर बंगाल फ्रंटियर के किशनगंज सेक्टर के अंतर्गत सैनिकों के समर्पित और अथक प्रयासों के कारण, तस्करों के नापाक मंसूबों को बार-बार सफलतापूर्वक विफल किया गया है
किशनगंज, 05 (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, बीएसएफ 152वीं बटालियन के जवानों ने गुरुवार की रात भारत-बांग्लादेश सीमा पर राष्ट्रीय सुरक्षा बाड़ को तोड़ने के प्रयास को विफल करते हुए एक तस्कर को मार गिराया। कार्रवाई भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीओपी तीनगांव के पास की गई। 152वीं बटालियन बीएसएफ के जवानों ने छह-सात बांग्लादेशी तस्करों की आवाजाही देखी। तस्कर तस्करी गतिविधियों के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा बाड़ को तोड़ने का प्रयास कर कर रहे थे। बीएसएफ जवानों ने तस्करों को अपनी गतिविधियां बंद करने के लिए चुनौती दी। लेकिन तस्करों ने चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया और अपनी गतिविधियां जारी रखीं। इसके बाद बीएसएफ के जवानों ने एक स्टन ग्रेनेड फेंका। तस्करों ने डियूटी पर मौजूद बीएसएफ कर्मियों पर हमला करने का प्रयास किया। उन पर तेज धार वाले हथियारों से हमला किया और उनके हथियार छीनने की भी कोशिश की। आत्मरक्षा के अधिकार का प्रयोग करते हुए बीएसएफ कर्मी ने अपनी सर्विस राइफल से गोलीबारी की। जिसके बाद बांग्लादेशी तस्कर बांग्लादेशी सीमा की ओर भाग गये और एक तस्कर मारा गया। आसपास के इलाके की तलाशी के दौरान बीएसएफ के जवानों ने दो तेज धार वाले हथियार, एक बाड़ कटर, एक मोबाइल फोन और 40 बांग्लादेशी टका बरामद किया है। मृतक तस्कर की पहचान मोहम्मद राजू, पुत्र होबी, निवासी हाटगुरियाली, बलियाडांगी, जिला ठाकुरगांव (बांग्लादेश) के रूप में की गई। बंगाल की ग्वालपोखर पुलिस द्वारा सत्यापन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए इस्लामपुर अस्पताल भेज दिया गया। यह जानकारी बीएसएफ ने शुक्रवार की रात प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी। प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि उत्तर बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के महानिरीक्षक सूर्यकांत शर्मा के नेतृत्व में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात सैनिक राष्ट्र-विरोधी तत्वों व तस्करी और घुसपैठ के अपने मंसूबों को अंजाम देने के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए हर सम्भव प्रयासरत है।