गडहनी:-कलयुगी पुत्र ने माँ से अलग किया पिता को, रिटायर्मेंट पर किया कब्जा,
14 सालो से न्याय के लिए दर दर भटक रही वृद्ध महिला नही मिला न्याय
गुड्डु कुमार सिंह गड़हनी। स्थानीय थाना क्षेत्र के बागवाँ पंचायत अन्तर्गत सिकटी गाँव मे पति पुत्र से प्रताड़ित 80 वर्षीय महिला शकुन्तला देवी न्याय के लिए दर दर भटकने को मजबूर है।महिला द्वारा बताया गया कि हमारे पति रामानन्द पाण्डेय नौकरी से रिटायर होने के कुछ सालो बाद बडे बेटे अशोक कुमार पाण्डेय के दबाव मे आकर रिटायर्मेंट का सारा पैसा उसे दे दिये और हमे छोड़ दिये।जीविकोपार्जन के अभाव मे पंचायती बुलाई गई जिसमे पंचायत द्वारा लिखित बटवाँरा के साथ समझौता की गई और जीविकोपार्जन की राशि देने के लिए कहा गया लेकिन बडे बेटे के त्रासदी और डर से सहमे पति द्वारा राशि सहित अन्य सुविधायें आज तक नही दी गई।महिला ने बताया कि पंचायत स्तर पर सरपंच के यहां आवेदन दिया पर उन लोगों ने सरपंच बुलाने पर मेरे छोटे लड़के संजय कुमार पांडे को जान से मारने की कोशिश की और अशोक पांडे, दीपू पांडे, गोपाल चौबे, बसंती देवी, नेहा पांडे, श्वेता पांडे सभी ने मिलजुल कर बहुत मार मारा जिसमें उसको काफी चोट आया जिस कारण गडहनी सरकारी अस्पताल से आरा रेफर कर दिया गया था। वहीं छोटे बेटे की होंडा अमेजी नई कार को लाठी डंडे से तोड़ फोड़ दिया गया था।उक्त मामले को लेकर थाना मे एफआईआर भी दर्ज किया गया लेकिन थाना पुलिस ने सभी अभियुक्तों से पूछताछ तक नहीं किया और एक सप्ताह बाद बताया कि सभी लोगों ने जमानत करा लिया है।उन्होने बताया कि 14 साल हो गये लेकिन पति पुत्र ने एक पैसा भी नही दिया और ना ही सुध ली।छोटा बेटा अपने सामर्थ्य के अनुसार सेवा भाव करता है।बडा बेटा बेइमानी कर रिटायर्मेंट का पैसा संपति को हडप लिया।मेरे पति को दो पेंशन मिलता है दोनो पेंशन बडे बेटे को दे देते हैं।वृद्धावस्था मे कहाँ कैसे गुजारा करूं कुछ समझ मे नही आता।महिला ने कहा कि हार थककर समाज कल्याण विभाग बिहार सरकार, स्थानीय थाना, जिलाधिकारी सहित न्यायालय की शरण लेनी पडी लेकिन कहीं भी न्याय नही मिला।