किशनगंज : कैंसर जागरूकता परामर्श सप्ताह में बीमारी के शुरुआती लक्षणों की हो रही है जांच
जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर 14 नवम्बर तक चलेगा स्वास्थ्य जांच शिविर, सही समय पर पहचान कर कैंसर को किया जा सकता है नियंत्रित: डा. उर्मिला
किशनगंज, 09 नवंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में 07 से 14 नवम्बर तक राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों की जांच की जा रही है। इस संबंध में सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया कि कैंसर जागरूकता परामर्श सप्ताह के दौरान जिले के सदर अस्पताल के साथ सभी अनुमंडलीय अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों पर निःशुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। ताकि लोग कैंसर रोग परामर्श से जागरूक होकर समय पर इसकी पहचान कर सुरक्षित हो सकें। गैर संचारी रोग पदाधिकारी डा. उर्मिला कुमारी ने बताया कि यदि कैंसर रोग की सही समय पर पहचान कर ली जाए तो इलाज द्वारा इसको नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि जानकारी के अभाव में लोगों के शरीर में यह विकसित हो जाता है। जब तक लोग इसे जान पाते तब तक देर हो जाती है। इससे लोगों को शारीरिक, मानसिक, व आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ता है। डा० उर्मिला कुमारी ने कहा कि आनेवाले समय में 90 प्रतिशत तक मृत्यु के कारण गैर संचारी रोग ही होंगे। जिनमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप एवं कैंसर प्रमुख होंगे। उन्होंने बताया कि शरीर में मुंह, स्तन, गर्भाशय कहीं भी कैंसर हो सकता है। इसलिए कैंसर रोग की रोकथाम एवं आम जनमानस में इसके प्रति जागरूकता के लिए प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि 7 नवम्बर से अबतक सदर अस्पताल में एनसीडी सेल द्वारा 229 मरीजों की जांच की गई है जिसमे 04 मरीज सैस्पेक्टेड पाए गए है। डा. उर्मिला कुमारी ने बताया कि शिविर के माध्यम से कैंसर के खतरे व इससे बचाव संबंधी उपायों के प्रति आम लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कैंसर स्क्रीनिंग व जरूरी चिकित्सकीय परामर्श संबंधी सेवाएं नि:शुल्क उपलब्ध करायी जायेगी। आम जनमानस में कैंसर के प्रति जागरूकता फैलानी होगी। ताकि लोग अपने शरीर में होने वाले असामान्य परिवर्तन को पहचानें। डीपीएम डा. मुनाजिम ने बताया कि नि:शुल्क कैंसर रोग परामर्श सप्ताह के दौरान स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित शिविर में मुंह, स्तन गर्भाशय सहित अन्य कैंसर की स्क्रीनिंग का इंतजाम किया जा रहा है। इसमें कैंसर के संभावित कारण इसके लक्षण व बचाव संबंधी उपायों प्रति आम लोगों को जागरूक किया जायेगा। शिविर के माध्यम से चिह्नित कैंसर के संभावित मरीजों को राज्य के प्रमुख चिकित्सा महाविद्यालय होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट, राजधानी पटना स्थित इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान व महावीर कैंसर रोग संस्थान बेहतर इलाज के लिये रेफर किया जायेगा। सदर अस्पताल उपाधीक्षक डा. अनवर आलम ने बताया कि प्रारंभिक अवस्था में कैंसर की पहचान से इसका पूर्ण इलाज संभव है। रोग के लक्षणों के आधार पर रोगी अपने स्तर से भी रोग के खतरों के प्रति सचेत हो सकते हैं।पखाना-पेशाब या योनि मार्ग से खून आना, शरीर में किसी फोड़ा व जख्म का नहीं भरना, स्तन में गांठ या खून का रिसाव, मुंह के अंदर या जीभ पर सफेद चकता, चमड़े पर तिल या गांठ के आकार में अप्रत्याशित वृद्धि रजोनिवृत्ति के बाद रक्तस्राव व योनि मार्ग से रिसाव में दुर्गंध कैंसर के प्रारंभिक लक्षण हो सकते हैं। सिविल सर्जन डा. कौशल किशोर ने बताया कि समय पर रोग की पहचान व उपचार जरूरी है। उन्होंने बताया कैंसर के खतरों के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना कैंसर रोग परामर्श सप्ताह का मुख्य उद्देश्य है। इस दौरान स्वास्थ्य संस्थानों में जागरूकता संबंधी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। साथ ही कैंसर स्क्रीनिंग सहित जरूरी उपचार व चिकित्सकीय परामर्श लोगों को उपलब्ध कराया जा सकेगा। ताकि समुदाय को रोग के खतरों के प्रति सचेत व जागरूक किया जा सके।