किशनगंज : दो दिवसीय राज्यस्तरीय शतरंज प्रतियोगिता हेतु धान्वी व सूरोनॉय मुजफ्फरपुर रवाना।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, मुजफ्फरपुर, कलामबाग चौक अवस्थित एमडीसीए कार्यालय परिसर में आज से दो-दिवसीय राज्य-स्तरीय अंडर-8 श्रेणी की शतरंज प्रतियोगिता प्रारंभ है। इसके बालिका वर्ग में भाग लेने हेतु अपने जिले के नेपाल गढ़ कॉलोनी निवासी शतरंज प्रशिक्षक कमल कर्मकार व श्रीमती दिव्या कर्मकार की पुत्री तथा बाल मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा धान्वी कर्मकार, जबकि बालक वर्ग में इसी विद्यालय के छात्र तथा मिलनपल्ली निवासी संघ के उपाध्यक्ष राजेश कुमार दास व श्रीमती सुनीता दत्ता दास के पुत्र सूरोनॉय दास अपने-अपने अभिभावकों के साथ शुक्रवार को गंतव्य की ओर रवाना हुए। उक्त आशय की जानकारी संघ के मानद महासचिव शंकर नारायण दत्ता एवं वरीय संयुक्त सचिव तथा इन खिलाड़ियों के कोच श्री कर्मकार ने दी। उन्होंने कहा कि इस राज्य- स्तरीय प्रतियोगिता में अपने प्रदेश के सभी जिलों के चयनित खिलाड़ीगण भाग लेंगे जिनमें से सिर्फ दो ही खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने की पात्रता अर्जित होगी। गौरतलब है कि धान्वी ने संप्रति संपन्न हुए अंडर 10 श्रेणी की प्रतियोगिता में यह पात्रता अर्जित कर रखी है। अपने जिले के इन बाल खिलाड़ियों को विधान पार्षद, सह एमजीएम के निदेशक सह संघ के वरीय मुख्य संरक्षक डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल ने रवाना किया। इस मौके पर संघ के महासचिव श्री दत्ता ने जानकारी प्रदान करते हुए कहा कि 25 वर्ष पुरानी इस शतरंज संघ की स्थापना एवं क्रम वर्धमान विकास में डॉक्टर जयसवाल की भूमिका अग्रणी है। इन्होंने ही वर्ष 2004 में अपने जिले में नवनिर्मित इंडोर स्टेडियम, डुमरिया में जिला प्रशासन से अनुरोध कर इस संघ के लिए एक कमरा आवंटित करवाया। साथ ही संघ को पर्याप्त आर्थिक सहयोग प्रदान कर शतरंज खिलाड़ियों के हित में यहां एक शतरंज प्रशिक्षण केंद्र की भी स्थापना करवाई, जो आज भी क्रियाशील है एवं यहीं पर संघ द्वारा निरंतर नि:शुल्क प्रतियोगिताएं भी आयोजित करवाई जाती हैं। इन्होंने अपने जिले में कई जिला-स्तरीय एवं राज्य-स्तरीय प्रतियोगिताओं को प्रायोजित किया। संघ के कार्यकलापों को संपन्न करवाने में वे सर्वदा वांछित आर्थिक सहयोग प्रदान करते आ रहे हैं। जिला शतरंज संघ इनका ऋणी बना रहेगा। मौके पर संघ के सहायक सचिव रोहन कुमार, सौरभ कुमार एवं अन्य उपस्थित थे।