किशनगंज : जिले के 166 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिलेगी ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, ज़िले के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को अब ससमय बेहतर व विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में मातृत्व स्वास्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, टीकाकरण, किशोर स्वास्थ्य, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, कैंसर, अंधत्व, श्रवण बाधित रोग, संचारी रोग प्रबंधन एवं उपचार, गैर संचारी रोग प्रबंधन एवं उपचार, ओरल हेल्थ, मेंटल हेल्थ, योगा और एक्सरसाइज, काउंसिलिंग, स्कूल हेल्थ एजुकेशन, आपात कालीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नोडल पदाधिकारी सह जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने बताया की जिले के 166 स्वास्थ्य संस्थानों को हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर के तौर पर विकसित किया जा रहा है। इसके पहले से ही 18 केंद्रों पर सीएचओ की तैनाती हो चुकी है। अब नए 34 सीएचओ मिले हैं। इस तरह 52 केंद्रों पर कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर की पदस्थापन कर दी गयी है। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ मुनाजिम ने बताया कि वेलनेस सेंटरों पर साफ-सफाई का बेहतर इंतजाम सुनिश्चित कराया जा रहा है। ताकि इलाज के लिये आने वाले मरीजों को वहां बेहतर माहौल उपलब्ध हो सके। वेलनेस सेंटर के पोषक क्षेत्र के अंतर्गत सभी गर्भवती महिलाओं की अद्यतन सूची तैयार कर ससमय एएनसी जांच सुनिश्चित किया जायेगा। उन्होंने योग्य दंपतियों को आवश्यक काउंसिलिंग के लिये महीने में एक बार बैठक आयोजित कर परिवार नियोजन संबंधी उपायों पर विस्तृत चर्चा एवं नशापान के बढ़ते चलन को देखते हुए इस कारण मानसिक रोग के बढ़ते मामलों पर प्रभावी नियंत्रित को लेकर भी कार्य किये जायेंगे। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया की जिले में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के नियुक्त महिला स्टाफ उनके क्षेत्र के हर गांव में घर-घर जाकर परिवार के हर सदस्य की स्वास्थ्य जांच करवाएंगी और इनका डिजिटल और फिजिकल रिकार्ड रखेंगी। वेलनेस सेंटर के आस-पास के इलाके में रहने वाले तीस साल से अधिक उम्र के लोगों के बीपी, डायबिटीज व कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की नि:शुल्क जांच की जाएगी और जरूरत के अनुसार उनको दवा और परामर्श दिया जाएगा। इन लोगों की बीमारी के आधार पर तीन केटेगरी बनाई जाएगी। जिसमें इलाज की जरूरत नहीं, परहेज की जरूरत और दवा की जरूरत के आधार पर इनकी बीमारियों का इलेक्ट्रानिक व फिजिकल रिकार्ड मेंटेन किया जाएगा।उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में हमारे प्रदर्शन में लगातार सुधार हो रहा है। इसे और बेहतर किया जा सकता है। इसके लिये सामूहिक प्रयास जरूरी है। सिविल सर्जन ने बताया की सामुदायिक स्वास्थ्य की बेहतरी ही सीएचओ के पदस्थापन का मूल उद्देश्य है। इसके अनुकूल उन्हें दिशा निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार ने कहा कि वेलनेस सेंटर गैर संचारी रोगों के प्रबंधन में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का नियमित संचालन, योग व मेडिटेशन संबंधी गतिविधि, ओपीडी व एनसीडी सेवा के तहत अधिक से अधिक लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित कराया जा सकता है। उन्होंने बढ़ते ठंड को देखते हुए हाइपरटेंशन व डायबिटीज के मरीजों की समुचित निगरानी सहित हृदय रोग, कैंसर रोग के स्क्रीनिंग को कर शुरुआती लक्षणों के आधार पर रोग की पहचान व इसके उपचार में वेलनेस सेंटर की भूमिका महत्वपूर्ण हो सकती है।