पलामू सांसद विष्णु दयाल राम ने लोकसभा में नियम 377 के तहत कसौधन जाति को केन्द्रीय ओ०बी०सी० की सूची में सम्मिलित करने हेतु एक अति महत्वपूर्ण मामले को उठाया।
श्री राम ने कहा कि कसौधन जाति एकीकृत बिहार राज्य में एवं झारखण्ड अलग राज्य बनने के बाद भी राज्य की ओ0बीसी0 की सूची में शामिल है परंतु केन्द्रीय ओ0बी0सी0 की सूची में शामिल नही है। विदित है कि उक्त जाति समाजिक एवं शैक्षणिक रूप से अत्यंत पिछड़ी हुयी है। कसौधन जाति के लोग पलामू संसदीय क्षेत्र के साथ-साथ झारखण्ड के अन्य जिलों में बड़ी संख्या में निवास करते है तथा उनकी काफी दिनों से मांग रही है कि केन्द्रीय ओ0बी0सी0 की सूची में उन्हें सम्मिलित किया जाय। उक्त संबंध में कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग, झारखण्ड सरकार के सचिव श्रीमती वन्दना डाडेल (Letter No&14/Vi-Vi-Pa-&10&02/2019 Ka 4194 (अनु0), दिनांक 28/08/2020 को समाजिक अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली के सचिव को पत्र लिखकर अन्य जातियों के साथ-साथ कसौधन जाति को केन्द्रीय ओ0बी0सी0 की सूची में शामिल करने हेतु भेजा गया हैं।
सांसद ने कहा कि आपके माध्यम से समाजिक अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार से अनुरोध है कि कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग झारखण्ड सरकार के द्वारा भेजे गए उक्त प्रस्ताव पर विचार करते हुए कसौधन जाति को केन्द्रीय ओ0बी0सी0 की सूची में सम्मिलित करने की कृपा की जाय।