समाहर्ता-सह- जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में भारतमाला परियोजना अंतर्गत एनएच-119डी आमस-रामनगर खण्ड तथा दानापुर बिहटा एलिवेटेड कोरिडोर निर्माण परियोजना में प्रगति की समीक्षा की गई तथा अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया। उन्होंने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को आवेदन सृजन तथा मुआवजा भुगतान में तेजी लाने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने कैम्प लगाकर परियोजना का तत्परता से क्रियान्वयन करने का निदेश दिया।…

त्रिलोकी नाथ प्रसाद – समाहर्ता-सह- जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में भारतमाला परियोजना अंतर्गत एनएच-119डी आमस-रामनगर खण्ड तथा दानापुर बिहटा एलिवेटेड कोरिडोर निर्माण परियोजना में प्रगति की समीक्षा की गई तथा अद्यतन स्थिति का जायजा लिया गया। उन्होंने जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को आवेदन सृजन तथा मुआवजा भुगतान में तेजी लाने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने कैम्प लगाकर परियोजना का तत्परता से क्रियान्वयन करने का निदेश दिया।
भारतमाला अंतर्गत एनएच-119डी आमस-रामनगर खण्ड परियोजना अंतर्गत कुल 12 मौजा है जिसमें चार फतुहा तथा आठ धनरूआ अंचल में पड़ता है। फतुहा अंचल में राबीयाचक, भेड़गावा, जैतीया एवं वाजीदपुर मौजा तथा धनरूआ अंचल में बघबर, बहरामपुर, पिपरावॉ, बिजपुरा, नसरतपुर, छाती, टरवॉ एवं पभेड़ा मौजा पड़ता है। कुल पंचाट की संख्या 816 है। गजट के अनुसार अर्जनाधीन रकबा 221.62 एकड़ (89.69 हेक्टेयर) है। थ्रीजी के अनुसार मुआवजा भुगतान योग्य रैयती भूमि कुल रकबा 205.25 एकड़ (83.06 हेक्टेयर) की एनएचएआई द्वारा स्वीकृत राशि 123.24 करोड़ है। डीएम डॉ. सिंह के निदेश पर त्वरित गति से मुआवजा भुगतान हेतु अक्टूबर, 2021 एवं अप्रैल-जुलाई-दिसम्बर, 2022 में कैम्प का आयोजन किया गया। सभी 12 मौजा में द्वितीय नोटिस वितरित किया गया है। फतुहा अंचल अंतर्गत 39 खेसरा तथा धनरूआ अंचल अंतर्गत 35 खेसरा कुल 74 बकास्त खेसरों की सूची कुल रकबा 29.82 एकड़ भूमि के रैयती/सरकारी होने से संबंधित प्रतिवेदन अंचलाधिकारी/भूमि सुधार उप समाहर्ता से मांग की गई है। डीएम डॉ. सिंह ने भूमि सुधार उप समाहर्ता को शीघ्र प्रतिवेदन समर्पित करने का निदेश दिया ताकि मुआवजा भुगतान में तेजी आए। फतुहा अंचल अंतर्गत 2.0426 हेक्टेयर तथा धनरूआ का 4.3473 हेक्टेयर गैर मजरूआ आम भूमि का हस्तांतरण प्रस्ताव अंचलाधिकारी फतुहा एवं धनरूआ को भेजा गया है। डीएम डॉ सिंह द्वारा हस्तांतरण प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया गया। अधियाची विभाग एनएचएआई को सभी 12 मौजा में 221.62 एकड़ भूमि का दखल-कब्जा दे दिया गया है। परियोजना अंतर्गत कुल 118 रैयतों को 24.99 करोड़ की राशि का मुआवजा भुगतान किया जा चुका है एवं यह लगातार जारी है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि मुआवजा भुगतान में आ रही कठिनाइयों यथा अद्यतन राजस्व रसीद तथा खेसरावार भूमि स्वामित्व प्रमाण-पत्र की समस्या को अंचलाधिकारी दूर करें। कार्य एजेंसी को गॉंववार कार्य योजना प्रस्तुत करने का निदेश दिया गया, उसी के अनुसार गॉंवों में कैम्प लगाकर समस्या का ऑन द स्पॉट समाधान किया जाएगा तथा मुआवजा भुगतान में तेजी लायी जाएगी। कैम्प में अंचलों के कर्मचारी, अमीन, फोर्स एवं मजिस्ट्रेट भी प्रतिनियुक्त रहेंगे। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि परियोजना में शीघ्र कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
डीएम डॉ. सिंह द्वारा दानापुर बिहटा एलिवेटेड कोरिडोर निर्माण परियोजना में प्रगति की भी समीक्षा की गई। इस परियोजना अंतर्गत दानापुर अंचल में नौ मौजा तथा बिहटा अंचल में बारह मौजा कुल इक्कीस मौजा है।इसमें कुल अर्जनाधीन भूमि का रकबा 63.52 एकड़, कुल भुगतान योग्य राशि 228.47 करोड़ रुपया तथा कुल पंचाट की संख्या 968 है। डीएम डॉ. सिंह ने रेलवे एवं सरकारी भूमि के हस्तांतरण, मार्ग रेखन में परिवर्तन, मुआवजा भुगतान, रेलवे से संबंधित भूमि पर अवस्थित संरचना का प्राप्त सत्यापन प्रतिवेदन के आलोक में अग्रतर कार्रवाई करने तथा मार्ग-रेखन में अवस्थित संरचना का पूर्ण मूल्यांकन पश्चात एनएचएआई से 3जी स्वीकृति प्राप्त करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का निदेश दिया।
डीएम डॉ सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों को योजनाओं के क्रियान्वयन में तत्पर आने का निर्देश दिया है।