गीता का अध्यन करने से सभी मार्ग प्रसस्त हो जाता है: अचार्य विष्णुचित

बारूण/मयंक कुमार, औरंगाबाद नवरात्र के पावन बेला में श्री दुर्गा पूजा समिति जोगिया के द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का किया जा रहा आयोजन में तीसरे दिन प्रख्यात कथावाचक आचार्य विष्णुचित्त महाराज ने बताया कि जिसने जीवन मे गीता का अध्यन किया।वे सफलता के शिखर पर पहुंचे हैं।कहा कि जब अर्जुन संसय में थे तब भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का पाठ पढ़ाया था। तब अर्जुन का संसय समाप्त हुआ और वह विजय पाया था।आज हर घर, विद्यालय में गीता पढ़ाने की जरूरत है।लोगो को न्यायालय में गीता की कसम दी जाती है लेकिन गीता पढ़ाया नही जाता।यह दुर्भाग्य है।शास्त्र की शिक्षा अनिवार्य विषय होनी चाहिये।तब इस देश की सभ्यता और संस्कृति और संस्कार सुरक्षित रहेगा।कार्यक्रम में प्रज्वलित पूजा समिति के अध्यक्ष अधिवक्ता बीरेंद्र कुमार, संचालन सचिव सतीश गिरी, उपाध्यक्ष संजय प्रजापति, उदित मेहता, सरोज मेहता, उपसचिव रंजन मेहता, गणेश कुमार, कोषाध्यक्ष प्रमोद कुमार, उप कोषाध्यक्ष बिजेंद्र कुमार सहित सैकड़ों श्रोता कथा का श्रवण करने के लिए उपस्थित रहे।