थैलेसीमिया, सिकल सेल और एनीमिया की राज्यव्यापी जांच प्रारंभ—ब्लड बैंक होंगे हाई-टेक, रांची सदर में बोन मैरो ट्रांसप्लांट की तैयारी तेज : डॉ. इरफान अंसारी

रांची 29 नवम्बर: आज स्वास्थ मंत्री इरफान अंसारी ने थैलेसीमिया, सिकल सेल और एनीमिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि, अधिकांश राज्यों में थैलेसीमिया, सिकल सेल और एनीमिया की व्यापक जांच पूरी हो चुकी है तथा उनके पास अपना सटीक स्वास्थ्य डेटा उपलब्ध है।
लेकिन झारखंड में अब तक इन गंभीर बीमारियों पर ठोस आंकड़ों का अभाव रहा है, जो राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती है।
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि “झारखंड के किसी भी जिले में यह जानकारी उपलब्ध नहीं है कि थैलेसीमिया और सिकल सेल के कितने मरीज हैं। यह अत्यंत गंभीर रोग है, और इसका उपचार झारखंड में हर हाल में सुनिश्चित किया जाएगा। हमारा लक्ष्य है—झारखंड को थैलेसीमिया और सिकल सेल मुक्त बनाना।”
इसी दिशा में, राज्य के सभी जिलों में प्रत्येक व्यक्ति की जांच करने का निर्णय लिया गया है, जिससे वास्तविक डेटा तैयार हो सके और समय पर इलाज सुनिश्चित किया जा सके।
बिना सटीक आंकड़ों के बच्चों को लगातार प्राइवेट अस्पतालों और सरकारी ब्लड बैंकों के चक्कर लगाने पड़ते रहे हैं। इस स्थिति में सुधार लाने हेतु स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर जिला-स्तरीय सभी ब्लड बैंकों को हाई-टेक उपकरणों से लैस किया जा रहा है।
इस उन्नयन के अंतर्गत•
. नई पीढ़ी की खून जांच मशीनों की स्थापना
• एड्स (HIV) की जांच हेतु अत्याधुनिक उपकरण
• आधुनिक ब्लड-सेफ्टी टेक्नोलॉजी का उन्नयन
इन सभी सुविधाओं को शीघ्र ही राज्य के प्रत्येक ब्लड बैंक में उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि चाईबासा जैसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति न हो और किसी भी बच्चे को खून की कमी से पीड़ित न होना पड़े।
इसके साथ ही रांची सदर अस्पताल में बोन मैरो ट्रांसप्लांट सुविधा स्थापित करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है।
थैलेसीमिया और सिकल सेल रोगियों के संपूर्ण उपचार का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी घोषणा की है कि झारखंड के सभी जिलों में थैलेसीमिया, सिकल सेल और एनीमिया की राज्यव्यापी जांच अभियान चलाया जाएगा।
यह राज्य के स्वास्थ्य डेटा को मजबूत करेगा और प्रत्येक बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध उपचार सुनिश्चित करेगा।
स्वच्छ झारखंड – विकसित झारखंड के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए, प्राइवेट हॉस्पिटल्स से सहयोग का आग्रह किया गया है।साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से अनुभवी डॉक्टरों को झारखंड से जोड़ने के लिए विशेष पहल की जाएगी। इसके लिए आवश्यक बजट भी राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी।राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत, आधुनिक और प्रभावी बनाने की दिशा में यह पहल एक ऐतिहासिक सुधार के रूप में मानी जा रही है।
