संभावित बाढ़ को लेकर किशनगंज प्रशासन सतर्क, जिलाधिकारी ने किया स्थलीय निरीक्षण

किशनगंज,19जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, संभावित बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। इसी क्रम में जिलाधिकारी विशाल राज ने गाछपाड़ा, मौजाबाड़ी तटबंध, डॉक्टर कलाम कृषि महाविद्यालय सुरक्षा तटबंध, अर्राबाड़ी एवं बेलवा क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर बाढ़ सुरक्षा कार्यों की प्रगति का जायजा लिया।निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित अभियंताओं को स्पष्ट चेतावनी दी कि बाढ़ सुरक्षा कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने संवेदनशील स्थलों पर चल रहे कार्यों को एक सप्ताह के भीतर पूर्ण करने का सख्त निर्देश दिया। बेलवा क्षेत्र में भी बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों में बालू से भरे बोरे पहले से ही सुरक्षित रूप से स्टॉक किए जाएं, ताकि आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई संभव हो सके।
महेशबथना स्थित एसडीआरएफ भवन का भी गहन निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने वहां रखे सभी मोटर बोट, ओबीएम मशीन एवं अन्य आपदा प्रबंधन संसाधनों की जांच की और खराब उपकरणों की शीघ्र मरम्मत का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान एसएसबी की 12वीं एवं 19वीं बटालियन के अधिकारियों से वार्ता करते हुए जिलाधिकारी ने ठाकुरगंज, दिघलबैंक एवं टेढ़ागाछ अंचलों में क्विक रिस्पांस टीम (QRT) के गठन का अनुरोध किया। साथ ही एसएसबी 19वीं बटालियन के पास उपलब्ध दो मोटर बोट एवं एक स्पीड बोट को आपदा के लिए तत्पर रखने का निर्देश भी दिया गया।
इसके बाद किशनगंज अंचल कार्यालय एवं गोदाम का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने आपदा सम्पूर्ति पोर्टल की प्रगति की समीक्षा की और लंबित डिलीशन-अपडेशन कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने को कहा।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी प्रखंडों में बीडीओ, पुलिस पदाधिकारी, एफसीडी अभियंता, आपदा मित्र एवं अन्य कर्मियों की संयुक्त समन्वित टीम बनाई जाए, जो किसी भी आपदा या कटाव की सूचना मिलते ही तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य सुनिश्चित करे।
इस अवसर पर आपदा प्रबंधन पदाधिकारी आदित्य कुमार सिंह सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।जिलाधिकारी ने अंत में सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि बाढ़ पूर्व सभी तैयारियां समय से पूरी की जाएं और संवेदनशील स्थानों पर सतत निगरानी बनाए रखी जाए।