मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में नाबालिग बच्ची के साथ हुए बलात्कार और स्वास्थ्य व्यवस्था में हुए अमानवीय व्यवहार के खिलाफ महिला राजद की ओर से आक्रोश मार्च और मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया

त्रिलोकी नाथ प्रसाद/राज्य भर में लगातार हो रहे बलात्कार, हत्या और लूट की वारदातों एवं कुढ़नी में नाबालिग बच्ची के साथ हुए बलात्कार व हत्या करने और बच्ची को न्याय व इलाज दिलाने में समस्त सरकारी व्यवस्था के संवेदनहीन, मानवीय संवेदना पूरी तरह से समाप्त होने तथा मानवता को शर्मसार करने वाली घटना पर स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडे के द्वारा इस मामले की लीपा पोती की कार्रवाई से ही स्पष्ट होता है की सरकार अपनी कमियों को छुपाना चाहती है, जबकि लगातार स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से इस तरह की घोर लापरवाही देखने को मिल रही है। जहां पीएमसीएच की लापरवाही के कारण बच्ची की मौत हुई ।
इस तरह से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और बच्ची के साथ हुई बलात्कार की घटना के बाद भी सरकार के स्तर से इस मामले में गंभीरता नहीं दिखाई जाने के विरोध में राष्ट्रीय जनता दल महिला प्रकोष्ठ की ओर से आक्रोश मार्च निकाला गया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया। इस आक्रोश मार्च और पुतला दहन कार्यक्रम का नेतृत्व महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती रितु जायसवाल ने की।
प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि आक्रोश मार्च राष्ट्रीय जनता के राज्य कार्यालय से इनकम टैक्स गोलंबर तक सैकड़ों महिलाओं के द्वारा गगनचुंबी तारों के साथ निकला। जिसमें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय के इस्तीफा की मांग और बिहार सरकार से महिलाओं और बच्चियों के साथ हो रहे बलात्कार और व्यभिचार की घटना की जिम्मेदारी लेते हुए सरकार से इस्तीफा की मांग की गई। आक्रोश मार्च आयकर गोलम्बर पर पहुंचा जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव के द्वारा घटनास्थल के दौरे के बाद सरकार की नींद खुली है। जबकि इससे पहले मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्री पूरी तरह से इस मामले में लापरवाही दिखा रहे थे और सरकार की गंभीरता नहीं दिख रही थी।
इस अवसर पर आक्रोश मार्च में विधान पार्षद डॉ0 उर्मिला ठाकुर, पूर्व विधायक श्रीमती प्रेमा चौधरी, प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती सारिका पासवान, महिला राजद की पूर्व अध्यक्षा श्रीमती आभा लता, मुख्यालय प्रभारी श्रीमती मुकुंद सिंह, अनीता भारती, सगुन सिंह, स्नोहा रानी, शकुन्तला दास, रत्ना प्रिया, रीना चौधरी, नीतू कुमारी दास, माया गुप्ता, ई0 अर्चना यादव, इन्द्रानी देवी, मीरा यादव, रूबी कुमारी, प्रतिमा कुमारी सहित सैंकड़ों महिलाएं शामिल थीं।
इस अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री उदय नारायण चौधरी, नवल किशोर यादव, एजाज अहमद, जयंत जिज्ञासु, उत्पल वल्लभ, मदन शर्मा, डॉ0 प्रेम कुमार गुप्ता, अरविन्द सहनी, कुमर राय, डॉ0 मोहित कुमार, महेन्द्र विद्यार्थी, जेमस कुमार यादव, महताब आलम, गुलाम रब्बानी, उपेन्द्र चन्द्रवंशी, संजय यादव, निरंजन चन्द्रवंशी, मनोज यादव, अमरेन्द्र चौरसिया, बच्चा कुमार सिंह, मुकेश तांती, गणेश कुमार यादव, कुंदन कुमार यादव, विक्रम मंडल, नौशाद अख्तर सहित बड़ी संख्या राजद के नेता और कार्यकर्ता भी आक्रोश मार्च में शामिल हुए।