*बिहार में संधारणीय कृषि तथा जलवायु अनुकूल कृषि को बढ़ावा देने के लिए मिले तीन सम्मान*

मनीष कुमार कमलिया/कृषि विभाग, बिहार को देश के कृषि से जुडे़ संस्थान Sustainability Matter तथा IndiAgri नई दिल्ली द्वारा बिहार में संधारणीय कृषि एवं जलवायु अनुकूल कृषि में किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए किये जाने वाले कार्यों के लिए तीन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार क्रमशः जलवायु-स्मार्ट कृषि चैंपियन (जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम हेतु), मृदा स्वास्थ्य चैंपियन (संधारणीय कृषि कार्यक्रम हेतु) तथा जल संरक्षण चैंपियन (भूमि संरक्षण) श्रेणियों में दिया गया है। यह सम्मान विभाग द्वारा कृषि क्षेत्र में किये जा रहे नवाचारों, टिकाऊ नीतियों और किसान केन्द्रित पहलों को दर्शाता है।
*जलवायु अनुकूल कृषि को बढ़ावा*
सचिव कृषि श्री संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के दिशा-निर्देश में राज्य के सभी जिलों में जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम क्रियान्वित किया जा रहा है। आज बिहार के किसान पारंपरिक फसल चक्र में मौसम के अनुकूल फसलों की खेती के प्रति जागरूक हो रहे हैं तथा उसे अपना रहें हैं। आज राज्य में मोटे/पोषक अनाज के साथ-साथ कम सिंचाई वाले फसलों का क्षेत्र विस्तार हुआ है। कृषि विभाग ने इस दिशा में किसानों के क्षमता संवर्द्धन हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम, मौसम आधारित कृषि सलाह और जलवायु-स्मार्ट कृषि मॉडल को गाँव स्तर पर लागू करने की पहल की है।
*राज्य में संधारणीय कृषि को बढ़ावा*
सचिव कृषि श्री अग्रवाल ने बताया कि माननीय उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री, बिहार श्री विजय कुमार सिन्हा द्वारा भी किसान कल्याण संवाद के दौरान जैविक एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने हेतु किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्य में संधारणीय कृषि को बढ़ावा देने के लिए संतुलित उर्वरकों के उपयोग हेतु मिट्टी जाँच कर किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराया जा रहा है तथा मिट्टी की उर्वरा के प्रति किसानों को जागरूक किया जा रहा है। राज्य के सभी प्रखण्डों में स्वायल फर्टिलिटी मैप का प्रदर्शन किया जा रहा है ताकि किसानों को अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त हो सकें।
*भूमि एवं जल संरक्षण*
श्री अग्रवाल ने बताया कि भूमि संरक्षण निदेशालय द्वारा राज्य के दक्षिणी क्षेत्रों में पक्का चेक डैंम, जल संचयन तालाब, कुआँ तथा सूक्ष्म सिंचाई के उपयोग इत्यादि के माध्यम से भूमि एवं जल संरक्षण को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके साथ ही, इन क्षेत्रों में शुष्क बागवानी को क्लस्टर में बढ़ावा दिया जा रहा है।
यह गर्व की बात है कि बिहार के मेहनतकश किसान, पदाधिकारी तथा वैज्ञानिक राज्य में संधारणीय एवं जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम को अपनाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहें हैं। यह तीनों पुरस्कार राज्य के मेहनती किसानों को समर्पित है।