किशनगंज : कस्टम एवं केंद्रीय उत्पाद आयुक्त ने भारत नेपाल सीमा पर गलगलिया का लिया जायजा.

हाल में मेंची नदी पर बने पुल से नेपाल और भारत के बीच सघन रुप से आवागमन जारी है।ऐसे में आयुक्त का यहाँ आना संभावनाओं को मजबूती प्रदान करता है
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, ठाकुरगंज बीते दिन नीतीश गोयल, आयुक्त कस्टम एवं केंद्रीय उत्पाद विभाग का निरीक्षण यहाँ आमलोगों में कोतुहल का विषय बनता जा रहा है।जहाँ आते हीं आयुक्त ने स्थानीय सीमा शुल्क विभाग के कार्यालय का निरीक्षण किया।एवं यहाँ से आयात निर्यात और पारगमन की जानकारियाँ ली।गलगलिया के भातगॉंव सीमा के आने जाने बाले मार्गों का भी निरीक्षण किया।इसके बाद ये 41वीं बटालियन के भातगॉंव बी ओ पी में एस एस बी सेनानायक सुभाष चन्द्र नेगी एवं इनके सहयोगी अधिकारियों से वार्ता की।आयुक्त ने इस क्रम में सरहद की सुरक्षा, सरहद के आसपास तस्करी एवं आवश्यक सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए समीक्षक वार्ता की।जहाँ इन विषयों पर संभावित आवश्यक निर्देशों को भी साझा किया गया।हालॉंकि आयुक्त के इस भ्रमण से जुड़ी जानकारियों की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।किन्तु ऐसी संभावनाऐं जताई जा रही है कि भविष्य में यहाँ भी इन्टीग्रेटेड चेकपोस्ट की स्थापना की जा सकती है।अगर जानकारों की मानी जाय तो भारत नेपाल संधि 1950 के मुताविक लगभग 27 मार्गों का उल्लेख इस संधि में अंकित है।जबकि भारत से सटे नेपाल के क्षेत्रों से भारतीय क्षेत्रों में प्रवेश कर हाट बाजार अस्पताल, रेलवे स्टेशनों तक आने जाने के लिए कई रास्ते, पगडंडियाँ बने हुए हैं।जिसे दोनों मित्रराष्ट्रों के नियम कानून के मुताविक अधिकृत मार्ग नहीं माना जाता है।फिर भी ऐसे रास्तों से सटे एसएसबी के द्वारा आऊट पोस्ट बनाये गये हैं।ताकि संधि के मुताविक दोनों देशों के नागरिकों का आवश्यक कार्यों के लिए आवागमन सुलभ रह सके।किन्तु हाल में मेंची नदी पर बने पुल से नेपाल और भारत के बीच सघन रुप से आवागमन जारी है।ऐसे में आयुक्त का यहाँ आना संभावनाओं को मजबूती प्रदान करता है।फिलवक्त संभावनाएं समय के गर्भ में छुपी है, जो आने बाले समय में इनके आगमन के उद्येश्यों का खुलासा कर पायेगा।आयुक्त के साथ सहायक आयुक्त फारविसगंज सचिन कुमार मजुमदार, 41वीं बटालियन के नवीन रॉय तथा कस्टम विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।