तूल पकड़ने लगा है पत्रकार के साथ मारपीट की घटना।।….

* कई पत्रकार संगठनों ने किया निंदा l
पत्रकारों ने बैठक के दौरान कहा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला करना दुर्भाग्यपूर्ण l
हमलावरों को गिरफ्तार कर करवाई करने का किया मांग l
शीघ्र गिरफ्तार नहीं होने पर आंदोलन करने की दी चेतावनी l
गुड्डू कुमार सिंह – गया जिले के टेकारी अनुमंडल अंतर्गत माधोपुर गांव के पत्रकार शिव चंद्र झा को स्थानीय असामाजिक तत्वों द्वारा जानलेवा हमला एवं मारपीट करते हुए उनके गले का सोने का चैन छीनने का मामला तूल पकड़ने लगा है l ऐसे तो घटना की जानकारी प्रकाश में आते ही कई पत्रकार संगठनों की ओर से
बैठक की सिलसिला जारी है l इस संबंध में पीड़ित पत्रकार शिवचंद्र झा ने एक टिकारी थाने में शिकायत आवेदन थानाध्यक्ष को देते हुए प्राथमिकी दर्ज करने का गुहार लगाया हैl पीड़ित पत्रकार शिवचंद्र झा ने संवाददाता को बताया कि स्थानीय गांव के ही कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा मेरे साथ पहले दुर्व्यवहार किया गया उसके बाद जानलेवा हमला करते हुए मारपीट की गई गले का सोने का चैन छीन लिया गया l श्री झा ने आगे बताया कि उक्त घटना से संबंधित मामला को टेकारी थाने में प्राथमिकी दर्ज करने हेतु दिया l थानाध्यक्ष राम लखन पंडित ने त्वरित अनुसंधान करने के लिए संबंधित पदाधिकारियों को दिया है l वहीं दूसरी तरफ पत्रकार के कई संगठनों ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर असामाजिक तत्वों द्वारा जानलेवा हमला करना दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है l पत्रकारों ने बैठक के दौरान कहा कि लगातार असामाजिक तत्वों के लोगों द्वारा पत्रकारों पर लगातार जानलेवा हमले हो रहे हैं और प्रशासन मूक दर्शक बनकर खड़ी है l जिसका परिणाम है कि असामाजिक तत्वों का मनोबल सर चढ़कर बोलने लगा है l जबकि पत्रकार पर जानलेवा हमला होना लोकतंत्र की हत्या है l पत्रकार समाज का दर्पण हैl इसके बावजूद भी पत्रकारों पर लगातार हमले हो रहे हैं l जो लोकतंत्र के लिए एवं राष्ट्र हित के लिए घातक है l पत्रकार अजय कुमार पांडे ने पत्रकार पर की गई जानलेवा हमला को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए घोर निंदा किया है l इसी तरह कई प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने भी पत्रकार पर की गई जानलेवा हमला को निंदा करते हुए पुलिस अधीक्षक से शीघ्र असामाजिक तत्वों के विरुद्ध करवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग किया है l अब देखना है कि पुलिस प्रशासन अगला कदम क्या उठा पाती है यह तो आने वाला वक्त बताएगा l लेकिन पत्रकार संगठनों ने कहा है कि अगर पत्रकार पर हमला करने वाले अपराधियों को पुलिस गिरफ्तार कर शीघ्र करवाई नहीं करती है तो बाध्य होकर पत्रकार संगठन चट्टानी एकता का परिचय देने के लिए एवं अपनी कलम की ताकत का एहसास कराने में सक्षम साबित होगी l