*लिंग-आधारित हिंसा* रोकने के लिए डीएम के आदेश पर पूरे जिले में *जागरूकता* अभियान चलाया जा रहा है।…
अन्तर्विभागीय समन्वय सुनिश्चित कर समाज में संवेदनशीलता एवं जागरूकता* उत्पन्न करने का डीएम ने दिया निदेश
महिलाओं एवं बलिकाओं के विरूद्ध हिंसा रोकने के लिए *सभी हितधारकों(स्टेकहोल्डर्स) को प्रतिबद्ध रहने की आवश्यकता* पर डीएम ने दिया बल
त्रिलोकी नाथ प्रसाद:- जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह* के निदेश पर लिंग-आधारित हिंसा को रोकने के लिए पूरे जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। विभिन्न विभागों यथा शिक्षा, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, कल्याण, कृषि, जीविका एवं अन्य विभागों के जिला-स्तरीय पदाधिकारियों को अनेक प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन करने का निदेश दिया गया है।
अभी लैंगिक हिंसा के विरूद्ध जिला में अंतर्राष्ट्रीय महिला जागरूकता पखवाड़ा का आयोजन हो रहा है। यह दिनांक 10 दिसम्बर, 2022 तक चलेगा।
विदित हो कि डीएम डॉ. सिंह के निदेश पर दिनांक 25 नवम्बर, 2022 से जिले भर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। 25 नवम्बर को विद्यालयों में पेंटिंग प्रतियोगिता, कराटे, स्लोगन प्रतियोगिता, चेतना सत्र का आयोजन इत्यादि कार्यक्रम कर *महिला हिंसा उन्मूलन के प्रति जागरूक* किया गया। 26 नवम्बर को *मद्य निषेध एवं नशामुक्ति के संबंध में पूरे जिले में अभियान चलाया गया।*
अंतर्राष्ट्रीय महिला जागरूकता पखवाड़ा के अवसर पर महिलाओं एवं बालिकाओं के विरूद्ध हिंसा पर अंकुश लगाने हेतु विभिन्न विभागों द्वारा अनेक कार्यक्रमों एवं गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है। हिंसा के विरूद्ध लागू कानूनों की जानकारी घर-घर पहुँचाकर महिलाओं के प्रति हो रही विभिन्न प्रकार की हिंसा-भ्रूण हत्या, शिक्षा से वंचित रखना, कौशल से वंचित रखना, आने-जाने पर पाबंदी, बाल विवाह, दहेज उन्मूलन, नौकरी करने से रोकना, कार्यस्थल या घर के बाहर लैंगिक प्रताड़ना देना, घरेलू हिंसा, बलात्कार, तेजाब फेंकना, जबरदस्ती शादी अपहरण. ट्रैफिकिंग, बेटे पैदा करने हेतु दवाब देना, आर्थिक हिंसा, मनोवैज्ञानिक हिंसा, सांस्कृतिक हिंसा (महिलाओं को कमतर आकना), जेन्डर आधारित भेद-भाव को रोकना और अन्य हितधारकों / समाज को कार्यक्रमों के माध्यम से समझाना आदि सुनिश्चित करने हेतु निम्नलिखित निदेश दिया गया हैः-
1. जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना विद्यालयों में निबन्ध प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, बालिका अधिकार, गुड टच एण्ड बैड टच (Good Touch & Bad Touch) से संबंधित जानकारी प्रदान करना सुनिश्चित करेंगे।
2. जिला कल्याण पदाधिकारी, पटना महादलित टोलों, विशेष विद्यालयों एवं अम्बेदकर बालिका आवासीय 10+2 उच्च विद्यालयों में कार्यक्रम कराना सुनिश्चित करेंगे।
3. जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आईसीडीएस), पटना इस पखवाड़ा में आँगनवाडी केन्द्रों एवं परियोजना स्तर पर गतिविधियों का आयोजन सुनिश्चित करेंगे।
4. सिविल सर्जन, पटना पखवाड़ा के अवसर पर आशा कार्यकर्त्ता/एएनएम/प्रभारी चिकित्सकों के माध्यम से अस्पताल में कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम एवं पीसीपीडीएनटी एक्ट (PCPDNT Act) के बारे में जन जागरूकता सम्बंधी कार्यक्रम का आयोजन सुनिश्चित करेंगे।
5. सहायक निदेशक, समाजिक सुरक्षा कोषांग, पटना एवं सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई, पटना को निदेश दिया गया है कि पखवाड़ा के अवसर पर सभी बुनियाद केन्द्रों / गृहों में कार्यक्रम कराना सुनिश्चित करेंगे।
6. जिला कृषि पदाधिकारी, पटना को निदेश दिया गया है कि इस पखवाड़ा के अवसर पर किसान चौपाल एवं बैठकों का आयोजन तथा व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करेंगे।
7. जिला परियोजना प्रबंधक, जीविका, पटना पखवाड़ा में सभी सीएलएफ/बीएलएफ/जीविका दीदीओं के माध्यम से उपर्युक्त विषयों से सम्बंधित व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करेंगे।
8. केन्द्र प्रशासक, सखी वन स्टॉप सेन्टर, पटना को निदेश दिया गया है कि इस पखवाड़ा के अवसर पर महिला हेल्पडेस्क/महिला थाना/शैक्षणिक संस्थानो/जीविका समूहों से समन्वय स्थापित कर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कराना सुनिश्चित करेंगे।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा है कि महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए कार्यक्रमों तथा योजनाओं के क्रियान्वयन में *सभी स्टेकहोल्डर्स को सक्रिय* भूमिका निभानी पड़ेगी। पंचायत, प्रखण्ड एवं अनुमंडल स्तरों तथा विभिन्न स्थानों पर *ओरियन्टेशन कार्यशाला* आयोजित कर *संवेदनशीलता तथा जागरूकता* उत्पन्न किया जाए। सुदूर क्षेत्रों में आवासित महिलाओं से संबंधित समस्याओं की जानकारी प्राप्त करते हुए त्वरित निराकरण किया जाए।
डीएम डॉ. सिंह ने बालिका शिक्षा एवं महिला सशक्तिकरण से संबंधित प्रचार-प्रसार सामग्रियों का पूरे जिला में वितरण सुनिश्चित करने का निदेश दिया। सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा अस्पतालों में *बेटी जन्मोत्सव* का समारोह पूर्वक आयोजन सुनिश्चित किया जाए। इसमें मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना एवं सरकार के अन्य लोक कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दी जाए।
डीएम डॉ. सिंह ने *समाज सुधार अभियान* के विभिन्न घटकों जैसे मद्य निषेध, बाल विवाह तथा दहेज प्रथा पर रोक, बालिका शिक्षा, महिला सशक्तिकरण सहित अन्य सभी प्रासंगिक विषयों पर पूरे जिला में नियमित तौर पर अभियान चलाने का निदेश दिया।
*डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि बालिका शिक्षा प्रोत्साहन एवं महिला सशक्तिकरण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। लैंगिक हिंसा के विरूद्ध शून्य सहिष्णुता के सिद्धांत का अक्षरशः अनुश्रवण किया जाता है। सभी पदाधिकारी अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित कर इसका अनुपालन सुनिश्चित कराएँ।*
डीपीआरओ, पटना