राज्य

केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आईसीटी परियोजना के अंतर्गत आईसीटी लैब एवं स्मार्ट क्लास के सफलता पूर्वक संचालन में ग्रहण लगाता आउटडेटेड ऑपरेटिंग सिस्टम लिनक्स उबंटू ।

आर के पांडे /झारखंड राज्य के सरकारी विद्यालयो में अध्यनरत छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर की पढ़ाई करने के लिए राज्य के 24सो जिलों में कुल 3640 (मार्च 2024 तक के आंकड़े के अनुसार) आईसीटी लैब का संचालन किया जा रहा है। इन पूरे कार्यों की देखरेख झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के द्वारा किया जा रहा है, झारखंड राज्य के सभी 24 जिलो में कुल 06 से 07 निजी कंपनियों के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। जो क्रमश: इस प्रकार से है, एक्स्ट्रा मार्क्स, स्कूल नेट इंडिया लिमिटेड, हिटाची एमजीआरएम, मिलेनियम, टीसीआईएल और बीसीसीएल।*
*इसके अलावे राज्य के सरकारी विधालयो में दो हजार से अधिक स्मार्ट क्लास 2023-24 में लगाये गये है।

लिनक्स उबंटू ऑपरेटिंग सिस्टम की क्या है जामीनी सच्चाई।….

*कंप्यूटर के माध्यम से विधालय के छात्र-छात्राओं के तकनीकी शिक्षा के नाम पर सिर्फ सिस्टम (कम्प्यूटर) पर बैठा कर फोटो खींच कर संबंधित जिला से ले कर JEPC रांची के व्हाट्सएप ग्रुप में साझा करने का सिर्फ खेल खेला जा रहा है। इसके मुख्य कारणों में एक Outdated operating system Linux Ubuntu हैं। जिससे विद्यालय में पढ़ा रहे ज्यादातर आईसीटी इंस्ट्रक्टर भी अपरिचित है।

इस ऑपरेटिंग सिस्टम को बहुत से विभागीय साइट भी सपोर्ट नहीं करते। जिस कारण सभी संबंधित विधालयो ने अपने विभागीय कार्य के लिए अलग से विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम की व्यवस्था कर रखी है।

*JEPC रांची ने विधालय के छात्र-छात्राओं के तकनीकी शिक्षा को और भी एडवांस बनाने के लिए स्कूल नेट इंडिया लिमिटेड कंपनी से J-Guruji लरनिग ऐप की खरीदारी पिछले वित्तीय वर्ष में करोड़ी रुपए की लागत से कर रखी है, परंतु, लिनक्स उबंटू ओपरेटिग सिस्टम इस लरनिग ऐप को सही प्रकार से पूरी तरह स्वीकार ही नहीं कर पाता। बात यही खत्म नहीं होती है, इस बार JEPC रांची द्वारा फिर से विधालय के छात्र-छात्राओं के तकनीकी शिक्षा को और भी एडवांस बनाने के लिए विशेष कर झारखंड राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, आदर्श विधालयो एवं इंग्लिश मीडियम मॉडल स्कूलो को ध्यान में रखते हुए एक और निजी कंपनी Intense technology से भी करोड़ों रूपये का अनुबंध किया है। जिसको की पूरे झारखंड में आदर्श विद्यालयों, मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालयो (SOE) and English medium model school’s में English language related learning app install करने सहित स्कूल नेट इंडिया लिमिटेड के माध्यम से पहले से ही लगे आईसीटी लैब में इस ऐप को पढ़ाने का काम मिला है। विभागीय सूत्रों के हवाले से ज्ञात हुआ है, की इस कंपनी की टीम पिछले महीने रांची के हिंदू हाई स्कूल में दिन भर लगी रही इस लरनिग ऐप को ले कर विधालय में लगे कंप्यूटर में इंस्टॉल करने के लिए लेकिन यह लर्निंग ऐप आईसीटी लैब के सिस्टम में इंस्टॉल नहीं कर पाए। उनका स्पष्ट कहना था, की लिनक्स उबंटू ऑपरेटिंग सिस्टम होने के कारण ऐप को सपोर्ट नही कर पा रहा है।

*सही मायने में ये लिनक्स उबंटू ऑपरेटिंग सिस्टम जरा सा भी फ्रेंडली यूजर नहीं है। संबंधित कंपनिया इसे सिर्फ इस लिए यूज करती है, की इसके लिए उन्हें कोई पैसे खर्च नही करने पड़ते ये फ्री में आसानी से इन्हें उपलब्ध हो जाता है। और ना ही इसमें कोई वायरस का खतरा होता है।

*परंतु, स्कूल नेट इंडिया लिमिटेड जैसी कंपनी तो राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय, आदर्श विद्यालय योजना, एवं इंग्लिश मीडियम मॉडल स्कूल आईसीटी योजना के अंतर्गत आने वाले आईसीटी लैब के सभी सिस्टम में एंटीवायरस अपलोड करने का दावा कर करोड़ों रूपये का बिल भी अपने अधिष्ठापन रिपोर्ट के माध्यम से पास करा चुकी है। जो पूर्णत गलत है, एवं अत्यंत ही जालसाजी पूर्ण कार्य है, जिसकी जानकारी संबंधित विभाग जिला शिक्षा कार्यालय से ले कर जेईपीसी रांची तक को है, अलग बात है, की ये इस गड़बड़ी से अनजान बने होने का ढोंग करे। जिसकी जांच निसंदेह सक्षम जांच एजेंसी से राज्य सरकार को करानी चाहिए।*

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