गिरफ्तारीपुलिसबिहारब्रेकिंग न्यूज़राज्य

पूर्णिया : फर्जी वेबसाइट Tech UCL 2.0 के जरिये बायोमेट्रिक चोरी कर AEPS से लाखों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, एक गिरफ्तार

पूर्णिया,10जून(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, साइबर थाना पूर्णिया ने आधार अपडेट के नाम पर लोगों के बायोमेट्रिक डेटा चोरी कर फर्जी तरीके से AEPS (Aadhar Enabled Payment System) के माध्यम से लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक संगठित साइबर अपराध गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में मुख्य सरगना सुरज कुमार उर्फ सुरज राम को गिरफ्तार किया गया है।

जानकारी के अनुसार, जानकीनगर थाना क्षेत्र में आधार और मोबाइल लिंक कराने के बहाने भोले-भाले लोगों से उनके फिंगरप्रिंट और खाता विवरण चोरी कर, उनके खातों से अवैध रूप से रुपये की निकासी की जा रही थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर साइबर थाना ने कांड संख्या 153/25 दर्ज कर जांच शुरू की।

जांच के क्रम में केशव कॉमन सर्विस सेंटर, नौलखी का नाम सामने आया, जहां से यह गतिविधि संचालित की जा रही थी। तलाशी के दौरान सेंटर संचालक केशव कुमार फरार पाया गया, जबकि मौके से कई डिजिटल साक्ष्य जैसे दस्तावेज, कंप्यूटर, मोबाइल आदि बरामद किए गए।

तकनीकी विश्लेषण और सूचना संकलन से पता चला कि एक फर्जी वेबसाइट Tech UCL 2.0 के जरिये आधार डेटा चोरी कर बैंक खातों से AEPS के माध्यम से निकासी की जा रही थी। इस रैकेट का संचालन सुरज कुमार उर्फ सुरज राम, पिता-राजेन्द्र राम, निवासी-झुन्नी कला, थाना-केनगर, पूर्णिया द्वारा किया जा रहा था।

गिरफ्तारी के बाद आरोपी के मोबाइल में Tech UCL 2.0 वेबसाइट से संबंधित वीडियो और अन्य प्रमाण मिले। इसके आधार पर साइबर थाना कांड संख्या 45/25 दिनांक 09.06.2025 को दर्ज किया गया।

बरामद सामान:

  • 01 फिंगरप्रिंट स्कैनर
  • 01 मॉनिटर
  • 01 सीपीयू
  • 01 माउस
  • 01 लैपटॉप
  • 01 मोबाइल
  • आधार अपडेट से संबंधित ID रजिस्टर

गिरफ्तार अभियुक्त:

  • सुरज राम उर्फ सूरज कुमार, पिता-राजेन्द्र राम, निवासी-झुन्नी कला, थाना-केनगर, जिला-पूर्णिया

छापेमारी दल:

  • पु०अ०नि० संतोष कुमार झा (साइबर थाना)
  • पु०अ०नि० संतोष कुमार (जानकीनगर थाना)
  • पु०अ०नि० गीतांजली सिंह (साइबर थाना)
  • सि०/795 तेज बहादुर चौबे (साइबर थाना)
  • सि०/35 मनोज कुमार पंडित (साइबर थाना)
  • चौ० 1/5 राजेन्द्र पासवान (जानकीनगर थाना)

पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य CSC सेंटर संचालकों और तकनीकी सहयोगियों की तलाश कर रही है। आम लोगों से अपील की गई है कि वे केवल अधिकृत पोर्टल और संसाधनों के माध्यम से ही आधार संबंधित सेवाएं प्राप्त करें, और अपनी बायोमेट्रिक जानकारी साझा करते समय सतर्कता बरतें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button