माननीय नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव का प्रेस व्यक्तव्य।…
सोनू यादव/जब किसी प्रदेश का मुख्यमंत्री “बंटोगे तो कटोगे” जैसे विध्वंसकारी नारे देने लगे तो समझो वो संवैधानिक कर्त्तव्यों, राजधर्म और हिंदुस्तान की आत्मा से पूर्णरुपेण विमुख हो चुका है। यूपी के संभल में जो हुआ वो अत्यंत दुःखकारी है और संविधान की मूल भावना के ख़िलाफ़ है।
निर्दोष युवाओं को पुलिस द्वारा मारा जाये तथा सत्ता इन मौतों पर अट्टहास लगाए तो समझ लीजिये सत्ता के परिवर्तन की नितांत आवश्यकता है। “वसुधैव कुटुंबकम्”, “अनेकता में एकता” और “सर्वधर्म समभाव” की आत्मा वाले हिंदुस्तान के किसी राज्य में ऐसे कृत्य करने वाली सरकार को सत्ता में रहने का कोई नैतिक अधिकार और लोकतांत्रिक हक नहीं है। देश-प्रदेश चलाने के लिए न्यायिक चरित्र व न्याय की ज़रूरत होती है, अत्याचारी मनोभाव व नफ़रत भरे एकतरफ़ा निर्णय की नहीं।
देश नफ़रती शक्तियों को पहचान चुका है तथा लोकतांत्रिक ढंग से ऐसे तत्वों को सत्ता से हटाने की ठान चुका है। नफरत का हारना बहुत ज़रूरी है प्रेम का जितना उससे भी अधिक जरूरी है। सबसे प्रार्थना हैं कि प्रेम चुनिए नफरत नहीं। एकता और अखंडता ही अखंड भारत का प्राण और ताक़त है। जय हिंद!