चौपाल कार्यक्रम के हवाले से बिहार के कुटूम्बा प्रखंड़ में पंचायती राज्य ब्यवस्था का खोला गया पोल।
प्रखंड़ के जगदीशपुर पंचायत में है करोड़ों- करोड़़ रूपये का है लूट,
राजकुमार सिंह सनातनी का जगदीशपुर पंचायत के प्रति
दर्दभरी दास्तान खबरों को और दिलचस्प बना दिया हैं।
अनिल कुमार मिश्र-शोशल मीड़िया पर चौपाल के माध्यम से जगदीशपुर पंचायत का वायरल खबरों की प्रड़ताल केवलसच के टीम ने किया और वायरल खबरों की हकियत क्या हैं का सच भी जाने का प्रयास किया है। केवल सच टीम के प्रड़ताल में वायर खबर बिहार राज्य के औरंगाबाद जिला अंतर्गत कुटूम्बा प्रखंड़ के जगदीशपुर पंचायत का हैं जिसका मुखिया बब्लू दुबे उर्फ नन्दलाल दुबे हैं।
करोड़ों की लूट से जुड़ा हुआ मामला यह जगदीशपुर पंचायत का है जहाँ पंचायत में विभिन्न गाँवों के विकास और पंचायत के लोगों को रोजगार देने के नाम पर योजनामद्द की करोड़ों का लूट का आरोप है।
वायर खबरों की पड़ताल में केवल सच का ब्यूरोचीफ ने जगदीशपुर पंचायत के मुखिया बब्लू दूबे उर्फ नंदलाल दुबे से सम्पर्क स्थापित किया और जगदीशपुर पंचायत के विभिन्न गाँवों के विकास और पंचायत में रोजगार देने के नाम पर करोड़ों की लूट से जुड़ा हुआ मामले का हकियत क्या है तथा योजनामद्द की राशि के निकासी के वावजूद कितने ऐसी योजनाएँ पंचायत में लंबित है जिसका धरातल पर कार्य अभी भी शून्य है की जानकारी लेने का प्रयास किया , किन्तू मुखिया जी का जबाब शून्य हैं। वायरल खबरों की हकियत व आरोपों पर भी मुखिया जी ने चुपी साध ली है और संवाद का प्रेषण तक इनका जबाब भी शून्य हैं। भ्रष्टाचार की खेल के विरूद्ध गुंज रहे अवाज की हकियत पर पंचायत से जुड़े अधिकारियों के जुबान पर ताला बंद है। धरातल पर योजना प्रारंभ होने के पहले योजनामद् के लगभग सम्पूर्ण राशि का निकासी को कुटूम्बा बीडीओ ने मैट्रीयल एड़भांस का मामला बताया है तथा राशि की गबन को खारिज किया है जबकी प्रावधानों के विरूद्ध योजनामद्द की 7 लाख 12 हजार रूपये की निकासी स्पष्ट रूप से गबन का मामला है।
अधिकारी सूत्रों के योजनामद्द में गबन व लूट की मामले पर कुटूम्बा बीडीओ का गैर जिम्मेदराना ब्यान अपने आप में जाँच का विषय हैं
आखिर कुटुम्बा प्रखंड़ के विभिन्न पंचायतों में करोड़ों -करोड़ रूपये की लूट के पिछे किसका हाथ है और लूट के कार्यो पर बीडीओ क्यों दिनरात पर्दा डालने के पिछे जुटे हूए हैं यह भी जाँच का विषय हैं
सोशलमीडिया के हवाले से राजकुमार सिंह सनातनी ने
अपने पंचायत में करोड़ों- करोड़ की लूट को पर्दे के पिछे से जनमानस के बीच रखा है और पंयायती राज्य ब्यवस्था के भ्रष्ट प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के लूट का पोल को शोशल मीड़िया पर खोलकर रख दिया है तथा जनसंदेश में सनातनी ने ग्रामपंचायत जगदीशपुर में राजस्व गांव और टोला मिलाकर कुल 25 गांव हैं,जहाँ सिर्फ विकास व रोजगार के नामपर लूट ही लूट हैं
राजकुमार सिंह सनातनी का दर्दभरी दास्तान को केवल सच ने सरकार व जनमानस के बीच हुबहू रखने का प्रयास किया है :-
1. पंचायत के किसी भी एक गांव को अबतक आदर्श गांव का तमगा नहीं मिला है।
2. पंचायत के किसी भी एक गांव में स्वास्थ्य सुविधा केंद्र नहीं है।
3. पंचायत के किसी भी एक गांव में स्कूल होने के बावजूद बच्चों को उचित शिक्षा नहीं दी जाती।
4. पंचायत के किसी भी एक सरकारी स्कूल में समय पर न शिक्षक आते हैं और न आने पर सही ढंग से पढ़ाते हैं।
5. पंचायत के किसी भी सरकारी स्कूल का निगरानी कभी भी मुखिया, सरपंच या समिति सदस्य नहीं करते।
6. पंचायत के किसी भी एक गांव में अपना या पंचायत का एक भी एम्बुलेंस नहीं है।
7. पंचायत का एक भी गांव, “पूर्ण साक्षर गांव” अबतक नहीं बन सका है।
8. पंचायत का एक भी गांव , “नशा मुक्त गांव” अबतक नहीं बन सका है।
9. पंचायत का एक भी गांव, “बेरोजगार मुक्त गांव” अबतक नहीं बन सका है।
10. पंचायत के किसी भी एक गांव में बेरोजगारों की बेरोजगारी दूर करने के लिये किसी भी मुखिया , समिति, सरपंच ने अबतक कोई प्रयास नहीं किया है।
11. पंचायत के किसी भी एक गांव में फ्री या शुल्क लेकर वाईफाई सुविधा नहीं है।
12. पंचायत के किसी भी एक गांव में भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है।
13. पंचायत के लगभग सभी गांव में “शौच मुक्त गांव” का बोर्ड लग गया है पर सही मायने में एक भी गांव “शौच मुक्त गांव” अबतक नहीं हो सका है।
14. पंचायत का एक भी गांव अबतक “कचरा मुक्त गांव”नहीं बन सका है।
15. पंचायत के किसी भी एक गांव में डस्टबिन नहीं लगा है।
16. पंचायत के किसी भी एक गांव में सफाई कर्मचारी नहीं हैं।
17. पंचायत के किसी भी एक गांव में बच्चों को पढ़ने के लिये सार्वजनिक ऑनलाइन सुविधा नहीं है।
18. पंचायत का कोई भी एक गांव सौर ऊर्जा से विद्युत आपूर्ति वाला गांव नहीं है।
19. पंचायत का कोई भी एक गांव ऐसा नहीं है जहां सभी गलियों में स्ट्रीट लाइट लगा हुआ हो।
20. पंचायत का कोई भी एक गांव ऐसा नहीं है जहां सीसीटीवी कैमरा लगा हो।
21. पंचायत का कोई भी एक गांव ऐसा नहीं है जहां का हर गली और नाली पक्का बना हुआ हो।
22. पंचायत के किसी भी एक गांव में सेल्फहेल्प ग्रुप बनाकर कोई रोजगार नहीं चलता है।
23. पंचायत का किसी एक गांव में भी कोई एक आंगनवाड़ी केंद्र सही से काम नहीं करता है।
24. पंचायत के किसी एक गांव में भी ग्रामपंचायत का अपना कोई रोजगार नहीं है।
25. पंचायत का कोई भी एक गांव ऐसा नहीं है जहां सार्वजनिक पानी का आरओ फिल्टर लगा हुआ हो।
26. पंचायत का कोई भी एक गांव ऐसा नहीं है जहां पुस्तकों का या डिजिटल माध्यम का लाइब्रेरी है।
27. पंचायत के किसी एक गांव में भी किसानों या बेरोजगारों की एक कमिटी नहीं है।
28. पंचायत के किसी एक गांव में भी गिरते भूजल स्तर को मेंटेन करने के लिये आहर पोखर में जमीन को पानी देने वाला बोरिंग नहीं है।
29. पंचायत का कोई भी एक गांव ऐसा नहीं है जहां सभी गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मिला हो।
30. पंचायत का एक भी पीडीएस डीलर (कोटा / डीलर) शुद्ध ईमानदार नहीं है।
31. पंचायत का कोई भी एक गांव “ग्रीन विलेज” नहीं है।
32. पंचायत का कोई भी एक ऐसा गांव नहीं है जिस गांव के लोगों को बिना कमीशन दिए सरकारी योजनावों ( डीजल अनुदान, बाढ़ सुखाड़ अनुदान, पीएम किसान अनुदान या अन्य अनुदान ) का लाभ मिलता है।
33. इस पंचायत में एक भी स्मार्ट स्कूल नहीं है।