अपराधताजा खबरप्रमुख खबरेंब्रेकिंग न्यूज़राज्य

पटना : दूसरे राज्यों में फंसे लोग बिहार के लिए निकलेंगे तब उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी, इसके बाद उनके बिहार की सीमा पर पहुचने पर स्क्रीनिंग होगी, उसके बाद ही उन्हें उनके जिलों में भेजा जाएगा:-डीजीपी

बिहार की सीमा पर बनाए गए आपदा राहत केंद्रों में आने वाले लोगों के रहने, खाने एवं चिकित्सा की व्यवस्था की गई है।

बिना स्क्रीनिंग एवं चिकित्सीय जांच के अपने घर नहीं जा सकेंगे, चौकीदारों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि कोई बिना स्क्रीनिंग के अपने गांव पहुंचता है तो वे इसकी सूचना अविलंब प्रशासन को दें।

फंसे लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के काम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मदद अपेक्षित है।

पटना/धर्मेन्द्र सिंह, बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए जारी लॉकडाउन में दूसरे राज्यों में फंसे लोगों के आवागमन की छूट के केंद्र सरकार के निर्णय पर आज कहा कि ऐसे मजदूर, छात्र एवं अन्य लोग तीन स्तर पर स्क्रीनिंग की प्रक्रिया से गुजरने के बाद ही अपने-अपने घर पहुंच पाएंगे।श्री पांडेय ने कहा कि बड़ी संख्या में बाहर फंसे मजदूरों एवं छात्रों के बिहार आने पर कोरोना संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के फंसे लोगों को उनके घर भेजने के निर्णय के बाद लोगों का शीघ्र ही आना शुरू हो जाएगा।बिहार के करीब 10 से 15 लाख लोग हैं, जो दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं।इनमें से एक तिहाई लोग भी अपने घर आने की इच्छा रखते होंगे तो इन लोगों को उनके घर पहुंचाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी।पुलिस महानिदेशक ने कहा कि फंसे लोग जब दूसरे राज्यों से बिहार के लिए निकलेंगे तब उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी।इसके बाद उनके बिहार की सीमा पर पहंचने पर स्क्रीनिंग होगी।उसके बाद ही उन्हें उनके जिलों में भेजा जाएगा।उन्होंने बताया कि जिलों में भी फिर से जांच होगी और उसके बाद उन्हें प्रखंड स्तर पर बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजा जाएगा।पांडेय ने बताया कि बिहार की सीमा पर बनाए गए आपदा राहत केंद्रों में आने वाले लोगों के रहने, खाने एवं चिकित्सा की व्यवस्था की गई है।बाहर से आने वाले लोगों के लिए सीमा पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है।उन्होंने कहा कि बिना स्क्रीनिंग एवं चिकित्सीय जांच के अपने घर नहीं जा सकेंगे।चौकीदारों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि कोई बिना स्क्रीनिंग के अपने गांव पहुंचता है तो वे इसकी सूचना अविलंब प्रशासन को दें।पुलिस महानिदेशक ने कहा कि फंसे लोगों को उनके घर तक पहुंचाने के काम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मदद अपेक्षित है।उन्होंने कहा कि इस काम में सभी राजनीतिक दलों के कार्यकतार्ओं को भी आगे बढ़कर मदद करनी चाहिए।अकल्पनीय सत्य को सार्थकता प्रदान किया है डीजीपी बिहार ने।चट्टान की तरह खुद को खड़ा कर अपनी सारी ऊर्जा को झोंक कर बिहार को इस महामारी से रक्षा प्रदान किया ये शोधकर्ताओं के लिए विषय होगा..पटना बिहार के पुलिस महानिदेशक श्री गुप्तेश्वर पाण्डे (डीजीपी बिहार) में देव दूत की जैसी शक्ति, अदम्य साहस, पराक्रम, कर्म वीरता, कुशल रणनीतिक सूझ बूझ है इसीलिए तो वो संकटमोचक के रूप में ख्यातिप्राप्त है।अब तो कोरोना महामारी में वो अपने आप को प्रमाणित रूप से स्थापित कर चुके हैं।अजेय योद्धा के रूप में इनको इतिहास याद रखेगा वर्तमान देख रहा है।मानवता के परम पुजारी, सम्वेदनशीलता के साक्षात प्रतिमूर्ति, करुणा के वाहक, मृदुभाषी और अपने कर्तब्य के प्रति सदा सजग और सम्वेदनशील को उनके कार्यों और योगदान के लिए कोटि कोटि प्रणाम।मानवता के प्रवाह को प्रवाहित करने वाले बल्कि स्थापित करने वाले बिहार के इस अनमोल रत्न को मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने पहचानने का काम किया है इसलिए उनको भी साधुवाद देते हैं।जिस दृढ़ता से जिस रणनीति से कोरोना महामारी को बिहार में निस्तेज करने में अहम भूमिका बेमिसाल योगदान डीजीपी बिहार ने निभाया है वो अतुलनीय है।अकल्पनीय सत्य को सार्थकता प्रदान किया है डीजीपी बिहार ने।एक अभिभावक की भांति खुद को अनुशासित रखते हुए कुशल रणनीतिक सूझबूझ कौशल का परिचय देते हुए कोरोना को कम्युनिटी ट्रांसमीशन की ओर बढ़ने से रोक दिया।चट्टान की तरह खुद को खड़ा कर अपनी सारी ऊर्जा को झोंक कर बिहार को इस महामारी से रक्षा प्रदान किया ये शोधकर्ताओं के लिए विषय होगा और इसपर भविष्य में पीएचडी करने के लिए थीसिस लिखाएगा।डीजीपी ने अपने बिहार पुलिस के पदाधिकारियों/पुलिसकर्मियों को सक्रिय साझेदारी का जो टीम भावना विकसित करने का प्रयास किया है उसका सार्थक परिणाम प्राप्त होने लगा है तभी तो उनके प्रयासों को उनके नेतृत्व में सफलता दिलाने में पूरे महकमे का योगदान साबित हुआ है।इसके लिए बिहार पुलिस बधाई की पात्र हैं।हम वैसे सभी कर्मवीरो को अपनी ओर से बिहार की जनता की ओर से प्रणाम करते हैं सम्मान करते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button