पटना : सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ रही है धज्जियां:-डॉ० सुरेश पासवान
पटना/रणजीत कुमार सिन्हा, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ सुरेश पासवान ने कहा है कि मात्र ₹500 लेने के लिए बैंकों में सोशल डिस्टेंस कि जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है।जिससे कोरो ना संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।असल देशभर के महिला जनधन खाता धारकों के खाते में भारत सरकार के द्वारा सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए मात्र ₹500 डाले गए हैं, जिसको निकालने के लिए देश भर के बैंकों में सुबह से शाम तक मेला जैसा नजारा देखा जा रहा है।एक तरफ वैश्विक महामारी से बचाव के लिए संपूर्ण देश में लोग सख्ती से पालन किया जाना है उसके विपरीत ₹500 के लिए गरीब महिलाओं को छोटे-छोटे बाल बच्चों को लेकर इस भीषण गर्मी में बैंकों के सामने दिन गुजारने को मजबूर किया जा रहा है।यह भी देखा जा रहा है कि किसी बैंक शाखा में एक सौ जनधन खाता धारक पहुंच रहे हैं उसमें आधे खाताधारक को ही भुगतान किया जा रहा है कि आधे खाताधारक हो अगले दिन के लिए टोकन दिया जाता है।जिसके चलते भीड़ लगातार बढ़ते ही जा रही है।डॉक्टर पासवान ने कहा है कि ऐसे वक्त में जहां संपूर्ण देश में लॉक डाउन की वजह से काम धंधा सब बंद है।उससे निपटने के लिए कौन सा अर्थशास्त्री सिर्फ ₹500 में वहां संक्रमण से बचाव हेतु जनधन खाता धारकों को सहायता देने का सिफारिश कर दिया सरकार ने पैसा डालने का निर्णय लिया है समझ से परे लगता है मैं समझता हूं कि गरीब का कीमत मोदी सरकार की नजर ₹500 से ज्यादा नहीं है इसीलिए मात्र ₹500 निकालने के लिए अपनी जान की परवाह किए बिना दिन दिन भर बैंकों के सामने जमकर सब डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं।डॉक्टर ने कहा है कि मोदी सरकार के मन में जब जनधन खाता धारको खाते में पैसा डालने का विचार आया ही था तो अपनी द्वारा किए गए रुपए 1500000 के बारे में से कम से कम ₹115000 दिए होते तो लगता कि सरकार ऐसे मुश्किल वक्त में गरीबों को बचाने के लिए सच में संवेदनशील है।इसलिए ₹500 का मदद सिर्फ और सिर्फ ऊंट के मुंह में जीरा से ज्यादा कुछ नहीं है।