जिलाधिकारी भोजपुर जिला शिक्षा पदाधिकारी भोजपुर एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को मध्यान्ह भोजन योजना के तहत वितरण किये जाने वाले चावल को लेकर शिक्षक संघ ने सौपा ज्ञापन

भोजपुर गुड्डू कुमार सिंह विद्यालय में नामांकित बच्चों के अभिभावकों को विद्यालय मैं बुलाकर चावल वितरण करने में उत्पन्न समस्या के संबंध में प्रसंग अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग बिहार के पत्रांक 11:30 दिनांक 06/07 /2020 एव जी जिदेशक मध्यान भोजन योजना बिहार पटना के पत्रांक 1138 दिनांक 07/07/20 महाशय उपर्युक्त प्रासंगिक पत्र द्वारा सरकारी विद्यालयों के वर्ग 1 से 8 तक के बच्चों के अभिभावकों को विद्यालय में बुलाकर खाद्यान का वितरण करने हेतु निर्देश दिया गया है जिसे लागू करने में निम्नांकित व्यवहारिक समस्याएं उत्पन्न होगी जिस पर सथा नीमा स्तर पर संज्ञान में लाना आवश्यक है(1) वर्तमान में भोजपुर जिले के प्रयास सभी प्रखंड सहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र करुणा महामारी की चपेट में है लोगों को घरों से निकलने पर संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है ऐसी स्थिति में अभिभावकों को विद्यालय में बुलाकर खाद्यान्न का वितरण करने पर केंद्रीय गृह मंत्रालय तथा बिहार सरकार के सोशल डिस्टेंसिंग के सिद्धांत को भंग होने से नहीं बचाया जा सकता है 6 महीने से किसी भी विद्यालय में चावल की आपूर्ति नहीं की गई है ऐसे में पहले का अवशेष चावल पुराना हो गया है उसकी गुणवत्ता भी जाती रही है साथ ही गोदामों में बहुत दिनों से जमा चावल लॉकडाउन अवधी एवं बरसात के मौसम के कारण बहुत दिनों से पड़े पड़े गुणवत्ता खो चुके हो सकते हैं जिससे बच्चों एवं उनके परिवार के सदस्य पर कुप्रभाव पड़ सकता है खराब गुणवत्ता के चावल वितरित से विधि व्यवस्था की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है जो किसी ना किसी रूप से संक्रमण को ही बढ़ावा देगा लॉकडाउन अवधि में सरकार के विभागीय पत्रांक 702 दिनांक 14 /03/2020 द्वारा मध्यान भोजन योजना में खाद्य सुरक्षा अधिनियम लागू करते हुए बच्चों को लाख से आच्छादित करने हेतु संपूर्ण राशि का स्थान तरण डीबीटी के माध्यम से मेघा सॉफ्ट के तहत ऑनलाइन बैंक हाथों से किया गया था जो सराहनीय व संक्रमण रहित कदम था आज जब संक्रमण की स्थिति चरम पर है तो विद्यालयों में अभिभावकों एवं ग्रामीणों को जमा कर संक्रमण का खतरा उत्पन्न करने से बेहतर है कि 4 मई से 31 जुलाई तक की समतुल्य राशि का हस्तांतरण डीबीटी माध्यम से ही करवाया जाए जिससे छात्रों अभिभावकों तथा शिक्षकों को संक्रमण से बचा कर भविष्य सुरक्षित किया जा सके जैसा कि आईसीडीएस में डीबीटी से ही समतुल्य राशि का हस्तांतरण हो रहा है लाख मना करने के बावजूद भी अपने अभिभावकों के साथ बच्चे भी विद्यालय में भीड़ का हिस्सा बन ही जाएंगे जिसके लिए प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक को ही जवाब दे माना जाएगा क्योंकि जहानाबाद जिले की घटना प्रधानाध्यापक हेमा शिक्षक दोषी नहीं रहने के बावजूद भी उन्हें भी दंडित करने की कार्यवाही प्रकाश में आ रही है जो कि शिक्षकों के स्वाभाविक मनोबल को को प्रभावित कर रहा है अतः वर्तमान महामारी की भाई भयअवस्था सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन तथा संक्रमण के बचाव हेतु जिला प्राo संघ यह मांग करता है। कि पूर्व की भांति ही समतुल्य राशि का हस्तांतरण छात्रों एवं अभिभावकों के खाते में ही करने हेतु उचित माध्यम से सरकार को सन सूचित करने की कृपा की जाए ताकि इस तिथि को भया और होने से तथा विधि व्यवस्था की स्थिति से बचा जा सके जनहित में सरकार को इस फैसले को वापस लेना चाहिए।