किशनगंज : पोल खोलने पर पत्रकार को मिली धमकी, किशनगंज में नहीं लिख सकते हैं पत्रकार सच, नहीं तो फोन कर मिलेगी धमकी।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले के पंचायत में हो रहे विकास कार्यों में अनियमितता और क्षेत्र में हो रहे खनन से जुड़े मामले की खबरें प्रकाशित करने पर एक मासिक पत्रिका के पत्रकार को दिनांक-06/12/22 मंगलवार को दिन में ठाकुरगंज प्रखंड के बरचौंदी पंचायत समिति प्रतिनिधि अब्दुलबारी ने फोन पर धमकी दी। पत्रकार को खनन से सम्बंधित खबरे नही लिखने का धमकी दिया जाता है। जिसका कॉल रिकॉर्ड भी पत्रकार के पास मौजूद है। गौरतलब हो कि मंगलवार को पंचायत समिति प्रतिनिधि अब्दुलबारी पत्रकार को फ़ोन पर धमकी देते हुए कहा कि तुम पत्रकार नहीं हो और मैं लोगों को भी बताऊंगा कि तुम पत्रकार नहीं हो और तुम्हारे खबर प्रकाशित से मेरे समिति सदस्य को दिक्कत हुई है। गौरतलब हो कि पूर्व दिनों रसिया पंचायत में निर्माणधीन शव दाह गृह को लेकर अनियमितता और क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन व विकास कार्यों में अनियमितता को लेकर केवल सच पोर्टल पर खबर प्रकाशित की गई थी जिसको लेकर आज मंगलवार को पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि अब्दुल बारी ने फोन कर पत्रकार को धमकाया और किसी भी मामले में फंसाने का भी धमकी दिया, पत्रकार को कार्य नहीं करने और खनन की खबर नहीं चलाने को लेकर के भी धमकी दिया। जिससे पत्रकार भयभीत हैं कि रिपोटिंग के दौरान वे लोग किसी भी तरह के घटना को अंजाम दे सकता है। क्षेत्र में जब भी जनप्रतिनिधियों की पोल खुलती है तब सरेआम धमकी पत्रकार को दिया जाना यह माना जाए कि नेताओं को किसी भी कानून का डर और भय नहीं है। फोन कर जब धमकी दी जा रही थी तब पत्रकार ने फोन का रिकॉर्डिंग चालू किया तो कुछ धमकी भरे शब्द तो कट गए लेकिन कुछ धमकी भरा शब्द रिकॉर्डिंग सबूत के तौर पर है। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या पत्रकार सच्चाई दिखाना छोड़ दे इन चंद बालू चोर के कारण। आपको मालूम हो कि किशनगंज जिले के ठाकुरगंज प्रखण्ड में दिन दहाड़े खुलेआम बालू मिट्टी का खनन किया जा रहा। जिससे क्षेत्र खंडर में तब्दील होता जा रहा है। खनन माफिया वाजपते डोजियर मशीन लगाकर बालू खनन करते है। पर आज तक डोजियर मशीन को प्रसाशन द्वारा जप्त तक नही किया गया। पत्रकार को डर है कि क्षेत्र में खबर कवर करने जाने पर उसपर झूठा आरोप भी लगाया जा सकता। मंगलवार को पौआखाली थाने को इसकी लिखित शिकायत की गई है। अब देखना यह दिलचस्प होगा कि सच्चाई की जीत होती है या उन खनन माफियाओं की जो रोज बिहार सरकार के राजस्व पर दिन दहाड़े डाका डाल रहा है और खनन विभाग इस डाका को रोकने में असफल है। पत्रकार ने कहा कि अगर कार्रवाई नही होगी तो पूरा साक्ष्य लेकर माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार मे जायेगे।