ITBP जवान के बेटे ने बाढ़ कोर्ट में चलाई थी गोली,चढ़ा पुलिस के हत्थे…
पटना 8 सितंबर 2017 को बाढ़ कोर्ट के अंदर पेशी के लिए आए हिस्ट्रीशीटर अपराधी गुड्डू सिंह की गोली मारकर हत्या की गई थी।इस मामले में बीते शनिवार को ही कुख्यात अपराधी मोनू सिंह को उसके एक साथी के साथ पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था।अब इस मामले में पटना पुलिस को एक और बड़ी सफलता मिली है।पुलिस ने उस शूटर को धर दबोचा है, जिसने मोनू सिंह और उसके भाई सोनू सिंह के इशारे पर बाढ़ कोर्ट के अंदर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।पेशी के लिए बाढ़ कोर्ट आए गुड्डू सिंह पर शूटर विदृया नंद उर्फ होंठ कटवा ने गोली चलाई थी।इस काम में उसका साथ साथी अपराधी बिट्टू उर्फ सन्नी ने दिया था।ये दोनों मोनू के साथ कोर्ट के अंदर गए थे।गुरुवार को एसएसपी मनु महाराज ने इस मामले का खुलासा किया।पूछताछ में होंठ कटवा ने बताया कि वो बाइक से अपने साथी बिट्टू के साथ कोर्ट में आया था।मोनू भी उसके साथ कोर्ट के अंदर गया था और वारदात के दौरान मौजूद था।हत्या के बाद फरार होने के दौरान मोनू ने बाहर में दहशत फैलाने के लिए एक फायरिंग की थी।इसके बाद वो बाहर खड़ी स्कॉर्पियो से भाग निकला था।उस गाड़ी में एके-47 भी रखा था।ये हथियार मोनू सिंह के पास काफी पहले से है।होंठ कटवा के अनुसार उसके पिता आईटीबीपी के जवान हैं और वर्तमान में झारखंड के जामताड़ा में पोस्टेड हैं।बिहटा-नौबतपुर के बॉर्डर इलाके पर अपराधियों की एक्टिव होने की जानकारी पुलिस को मिली थी।जिसके बाद बिहटा के थानेदार रंजीत कुमार सिंह और नौबतपुर के थानेदार रमाकांत तिवारी की टीम ने छापेमारी की।
इसके बाद विदृयानंद उर्फ होंठ कटवा,इसके साथी बिट्टू उर्फ सन्नी,लाइनर का काम करने वाले इसके चचेरे मामा राहुल और धनेश को एक साथ गिरफ्तार किया।इनके पास से 3 देशी कट्टा और 7 गोली पुलिस ने बरामद किया।पटना पुलिस को इनकी काफी दिनों से तलाश थी।पूछताछ के दौरान होंठ कटवा और बिट्टू ने बाढ़ कोर्ट में हुई हत्या से जुड़े कई राज उगले।बाढ़ कोर्ट की वारदात से ठीक एक दिन पहले रात में पंचमहला स्थित मोनू सिंह के घर पर पार्टी हुई थी।पार्टी के दौरान ये अपराधी तो थे ही,इनके साथ बिहटा-नौबतपुर का कुख्यात अपराधी मनोज सिंह भी था।पार्टी के दरम्यान ही मोनू ने पेशी के दौरान गुड्डू सिंह की हत्या की प्लानिंग होंठ कटवा और उसके साथियों के सामने रखा था।वारदात को अंजाम देने के लिए शूटर्स को 50-50 हजार रुपए देने की डील हुई थी।जबकि मनोज सिंह को मोनू ने अपना एक-47 और 5 लाख रुपए देने का कमिटमेंट किया था।इन अपराधियों को प्लानिंग के तहत वारदात को अंजाम भी दिया था।इस कारण वारदात के दो दिन बाद मोनू सिंह ने अपराधियों को सक्सेस पार्टी भी दी थी।पार्टी में चिकेन के साथ ही शराब और गांजा का दौर जमकर चला था।अपराधी मनोज सिंह के करीबी मानिक का ससुराल बाढ़ के पंचमहला में है।मानिक ने ही मोनू सिंह की मुलाकात मनोज सिंह से कराई थी।एसएसपी के अनुसार होंठ कट्वा और पकड़े गए उसके सभी साथी कुख्यात मनोज के लिए काम करते हैं।इसके इशारे पर हत्या से लेकर रंगदारी और लूट की वारदातों को चुटकी में अंजाम दे फरार हो जाते थे।हाल के दिनों में बिहटा के अंदर रंगदारी मांगे जाने का कई मामले सामने आए हैं।कुछ दिनों पहले ही स्वदेशी वस्त्रालय के मालिक से रंगदारी मांगी गई थी।पकड़े गए धनेश ने लाइनर का काम किया था।इसने अपने मोबाइल से ही दुकान के मालिक की मनोज से बात कराई थी।एसएसपी की मानें तो बाढ़ मामले में मोनू का भाई सोनू और बिहटा के मामलों में मनोज सिंह फरार है।अब पुलिस के रडार पर ये दोनों अपराधी हैं।जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर