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किशनगंज : स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए गणतंत्र दिवस पर DM ने प्रदान किया है प्रशस्ति पत्र।

स्वास्थ्यकर्मी अपने घर का रास्ता भूल दिन-रात मरीजों की सेवा में जुटे हैं, कैंसर से डटकर मुकाबला करते हुए स्वास्थ्य सेवाओ को कर रही सुढ्द्र

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, कोरोना संक्रमण चाहे कितनी भी चुनौतियाँ पेश करे, उन्हें मात देने के लिए कोरोना योद्धा एक दीवार की तरह खड़े हो रहे हैं। कोरोना को मात देने के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य फ्रंट लाइन वर्कर भी कई स्तर पर लोगों की भूमिका भी समय के साथ उभर कर सामने आने लगी है। इसी मुहिम की कड़ी में जिले के जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने 73वे गणतंत्र दिवस के अवसर पर कोरोनाकाल के दुसरे लहर वर्ष 2021 में मरीजों की सेवा करते अपने जीवन की आहुति देने वाले चिकित्सक दिवंगत डॉक्टर रफत हुसैन के नाम पर रफत हुसैन मेमोरियल अवार्ड से प्रति वर्ष चिकित्सा क्षेत्र में बेहतर सेवा देने वालों को सम्मानित करने की घोषणा की थी। इसी आलोक में 73वे गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में स्वास्थ्य विभाग में संक्रमण काल में टीकाकरण एवं स्वास्थ्य क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली दो एएनएम् श्रीमती संध्या धर एवं नीलम कुमारी को जिलाधिकारी के हाथो डॉ रफत हुसैन मेमोरियल अवार्ड से नवाजा गया। किशनगंज जिला के टेढ़ागाछ प्रखंड के 59 वर्षीय एएनएम् श्रीमती संध्या धर वर्ष 1987 से स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है जिला में कोरोना संक्रमण के समय घर घर सर्वे एवं प्रवासी लोगों के स्वास्थ्य स्क्रीनिंग कार्य हो या टीकाकरण, परिवार नियोजन का कार्य हो सभी कार्य में हमेशा अव्वल रही है वे वेनुगढ़ पंचायत स्टार पर अभी तक 80 प्रतिशत लोगो को टीकाकरण कर चुकी है साथ ही प्रखंड अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मियों का हौसला भी बढाते रही हैं। क्षेत्र भ्रमण के दौरान लोगों को संदेश भी देते रहते हैं कि कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय मास्क व सोशल डिस्टैंसिंग ही है। वे हमेशा लोगों को भेदभाव एवं भ्रांतियों से बचने का भी संदेश देते रहते हैं। वह बताते हैं, कोरोना संक्रमण काल में कोई भी संक्रमित हो सकता है. संक्रमित लोगों के प्रति अपनी सोच में बदलाव लाएं। कोरोना से लड़ रहे व्यक्ति, स्वास्थ्यकर्मी या पुलिस किसी से भी मानसिक दूरी नहीं बनायें। उनके प्रति नकारत्मक सोच नहीं रखें। कोरोना को हराकर जंग जीतने वाले लोगों से किसी भी तरह से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। संक्रमण ठीक होने के बाद उनके संपर्क में आने पर कोई संक्रमित नहीं होता है। कोरोना योद्धाओं का सम्मान करें, जो ऐसी विषय परिस्थितियों में लोगों की सेवा करने में दिन-रात जुटे हैं। वो कहती है की संक्रमण की लड़ाई लंबी चलनी है, इसके लिए हर विषम परिस्थिति के लिए तैयार हैं हम इसी विश्वास और बेहतर कार्य के लिए गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में जिलाधिकारी के द्वारा डॉ रफत हुसैन मेमोरियल अवार्ड से नवाजा गया। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार कहते है श्रीमती संध्या धर को मैंने व्यक्तिगत 14 वर्षो से देखा है की वो अपने कार्य के प्रति कर्तव्य निष्ठ एवं अनुशासित तरीके से कार्य की है और वो बाकी लोगो के लिए भी प्रेरणास्रोत है उनसे बाकी स्वास्थ्य कर्मिओ को सिख लेनी चाहिए। वे बताते है है की जिले में कोरोना की दस्तक भी अन्य जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक प्रभावित नहीं कर सका। कोरोना वायरस ने पूरे समाज को उसके असली योद्धाओं की पहचान करा दी है। उनमें स्वास्थ्यकर्मियों का नाम सबसे पहले आता है। कोरोना संक्रमण के दौर में आज स्वास्थ्यकर्मी धूप में छांव की तरह लोगों की सेवा कार्य में लगे हुए हैं। आठ घंटे ड्यूटी करने वाले स्वास्थ्यकर्मी अपने घर का रास्ता भूल दिन-रात मरीजों की सेवा में जुटे हैं। इनका यही हौसला आज देश-प्रदेश और जिले की ताकत बना हुआ है। जिला अंतर्गत ठाकुरगंज प्रखंड में विगत 2017 से कार्यरत एएनएम श्री मति नीलम कुमारी खुद कैंसर जैसी गंभीर रोग से पडित होते हुए भी पिछले 05 वर्षो से खुद के साथ दुसरो के स्वास्थ्य के प्रति भी काफी गंभीर वो चाहे प्रखंड स्तर का टीकाकरण हो या परिवार नियोजन कार्यक्रम हो उसमे वो बेहतर कार्य कर रही है। नीलम बताती है की जब उसे पता चला की उसे कैंसर की बीमारी है तो काफी घबराई लेकिन मैंने उसका डटकर मुकाबला करते हुए चीजो को ठीक करने का आत्मबल जगा है और उसी आत्मविश्वास के बल पर विषम परिस्थितियो में भी जुझारूपन से अपने कार्यो को कर रही हूँ। वो बताती है की वह अपनी इस विश्वास की चर्चा करते हुए बताते हैं कि इस बीमारी से ग्रस्त होने के बाद व्यक्ति को हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। अगर व्यक्ति में आत्मविश्वास और किसी भी कठिनाई से लड़ने का जज्बा हो तो वह बड़े से बड़े जंग को जीत सकता है। परिजनों का साथ इस वक्त सबसे ज्यादा जरूरी होता है। मानसिक मजबूती से समस्याओं का हल हो जाता है। आज जब अपने भी साथ छोड़ दे रहे हैं। अगर संक्रमण काल में आम लोगों की तरह ये भी घर पर बैठ जाते तो मानव जीवन संकट में पड़ सकता था। वही सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर कहते है की नीलम की आत्मविश्वास और निरंतर कार्य करने की लगन के कारण ही गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में जिलाधिकारी के द्वारा डॉ रफत हुसैन मेमोरियल अवार्ड से नवाजा गया और वो आगे भी ऐसे ही कार्य करते रहेगी।

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