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राज्यस्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेला (एग्रो बिहार, 2024) में कृषि यंत्रों का प्रदर्शन, उनके बारे में तकनीकी जानकारी तथा अनुदान का लाभ मिल रहा एक ही साथ चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं के बीच पुरस्कार का वितरण।…

मेला में 48 हजार से अधिक किसानों एवं आमजनों ने किया भ्रमण।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-कृषि यंत्रों की बिक्री पर 189.77 लाख रूपये का अनुदान किसान पाठशाला में किसानों को दिया गया प्रशिक्षण

गाँधी मैदान, पटना में आयोजित राज्यस्तरीय कृषि यांत्रिकरण मेला (एग्रो बिहार, 2024) का आज दूसरा दिन है। इस मेला में किसानों को कृषि यंत्रों का प्रदर्शन, उनके बारे में तकनीकी जानकारी तथा उन्हें कृषि यंत्रों पर अनुदान का लाभ एक ही साथ मिल रहा है। यह मेला 08-11 फरवरी तक कृषि विभाग, बिहार द्वारा सी॰आई॰आई॰ के सहयोग से आयोजन किया जा रहा है। इस मेला में कृषि यंत्रों के निर्माताओं एवं विक्रेताओं की व्यावसायिक बैठक (B to B Meet) तथा यंत्र निर्माताओं एवं विभागीय पदाधिकारियों के साथ बैठक (B to G Meet) का आयोजन भी किया गया, जिसमें कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर के अधिष्ठाता एवं वरीय वैज्ञानिक भी मौजूद थे।
चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं के बीच पुरस्कार का वितरण
सचिव, कृषि विभाग, बिहार श्री संजय कुमार अग्रवाल द्वारा इस मेला में बच्चों के लिए आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं के बीच पुरस्कार का वितरण किया गया। इस मेला में कृषि में यांत्रीकरण का महत्व, मृदा स्वास्थ्य पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव, जल ही जीवन है एवं कृषि का महत्व विषयों पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन दो बैच सीनियर एवं जूनियर के बीच अलग-अलग किया गया, जिसमें पटना शहर के विभिन्न विद्यालयों के कुल 190 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।
इस प्रतियोगिता में सीनियर बैच में डी॰ए॰वी॰ पब्लिक स्कूल, खगौल के सुश्री आकांक्षा झा को प्रथम, दिल्ली पब्लिक स्कूल के सुश्री आप्ति सिन्हा को द्वितीय एवं इन्द्रपुरम् पब्लिक स्कूल के सुश्री अंजलि को तृतीय पुरस्कार दिया गया। जूनियर बैच में होली क्राॅस स्कूल के सुश्री सुमेघा कुमारी को प्रथम, डी॰ए॰वी॰ पब्लिक स्कूल, दानापुर के सुश्री वैष्णवी वृति को द्वितीय एवं डी॰ए॰वी॰ पब्लिक स्कूल, बी॰एस॰ई॰बी॰, पटना के श्री अंशुमान झा को तृतीय पुरस्कार दिया गया। विजेता छात्र-छात्राओं को प्रथम पुरस्कार के रूप मेें 3000 रूपये, द्वितीय पुरस्कार के रूप में 2000 रूपये एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में 1000 रूपये के साथ-साथ मोमेंटो तथा प्रमाण-पत्र दिया गया। साथ ही, अन्य सभी प्रतिभागी छात्र/छात्राओं को प्रतिभागी प्रमाण-पत्र दिया गया।

24 कृषि यंत्र निर्माताओं को किया गया सूचीबद्ध
इस मेला में 24 कृषि यंत्र निर्माताओं के 36 यंत्रों को बिहार सरकार द्वारा विभागीय योजनाओं में अनुदानित दर पर यंत्र उपलब्ध कराने हेतु सूचीबद्ध किया गया। इन यंत्रों में मुख्य रूप से स्ट्राॅ-रीपर, रीपर, मल्टीक्राॅप थ्रेसर, चैफ कटर, पाॅवर मेज थ्रेसर, लेवलर आदि शामिल है।

मेला में 48 हजार से अधिक किसानों एवं आमजनों ने किया भ्रमण।

आज इस मेला में पटना, मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी, शिवहर, पू॰ चम्पारण, प॰ चम्पारण, सारण, सिवान एवं गोपालगंज जिले के 4910 किसानों ने भाग लिया। आज तक इस प्रदर्शनी-सह-मेला में राज्य के 48 हजार से अधिक किसान/आगन्तुक आये। इस मेले में किसी तरह का प्रवेश शुल्क नहीं है। कोई भी किसान/व्यक्ति स्वेच्छा से इस प्रदर्शनी/मेला में भाग ले सकते हैं।

कृषि यंत्रों की बिक्री पर 189.77 लाख रूपये का अनुदान
आज इस मेला में 139 कृषि यंत्रों एवं 07 कृषि यंत्र बैंकों के लिए सरकार द्वारा 98.21 लाख रूपये का अनुदान दिया गया। इन कृषि यंत्रों का बाजार मूल्य लगभग 2.05 करोड़ रूपये है। इस प्रकार 02 दिनों में कुल 351 कृषि यंत्रों का क्रय एवं 13 कृषि यंत्र बैंकों के लिए कुल 189.77 लाख रूपये से अधिक अनुदान दिया गया।

किसान पाठशाला में किसानों को दिया गया प्रशिक्षण
आज किसान पाठशाला में प्रतिभागी किसानों को कृषि वैज्ञानिकों एवं विभागीय पदाधिकारियों द्वारा कृषि एवं उद्यानिक यंत्रों का उपयोग, परिचालन, रख-रखाव एवं आवश्यक मरम्मति के साथ गरमा मूँग एवं मोटे अनाज का उत्पादन तकनीक पर प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही, किसानों को कृषि विभाग की योजनाओं का लाभ लेने हेतु आॅन-लाईन आवेदन करने की प्रक्रिया एवं इससे संबंधित साॅफ्टवेयर की भी जानकारी दी गई।

संध्या में मुख्य मंच पर दर्शकों के मनोरंजन के लिए मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।

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