केंद्र और राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ सितम्बर में जिला मुख्यालयों पर जुझारू प्रदर्शन करेगी सीपीआई।…
कुणाल कुमार/पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की राज्य सचिवमंडल के साथ राज्य के सभी जिला सचिव की बैठक शनिवार को पटना में हुई। बैठक में केंद्र और राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ सितंबर महीने में सभी जिला मुख्यालय पर जुझारू प्रदर्शन करने, पार्टी स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाने, अगले साल होने वाले बिहार विधान सभा चुनाव की तैयारी आदि पर चर्चा की गई और आंदोलन की रणनीति बनाई गई।
राष्ट्रीय परिषद की बैठक की रिपोर्टिंग करते हुए सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व सांसद नागेंद्र नाथ ओझा ने कहा कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 के परिणामों का गहराई से विश्लेषण किया गया। भाजपा की धार्मिक ध्रुवीकरण की कारगुजारियों, जनविरोधी और निजी कॉरपोरेटपक्षी नीतियों से आमलोगों का मोहभंग तेजी से हुआ है। नोटबंदी, जीएसटी, कोविड की तबाही और उससे जुड़ा वैक्सीन घोटाला, महंगाई, बेरोजगारी आदि से लोग ठगा महसूस कर रहे हैं। सांप्रदायिक उन्माद, जातीय टकराव, दलित व महिला उत्पीड़न, मणिपुर की हिंसा ने भाजपा की कलई खोल दी है। मोदी राज में लोकतंत्र व संविधान पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। मोदी-3 के आते हीं पाठ्यक्रम में मनुस्मृति को शामिल किया जाना इसका प्रमाण है। समस्त प्रगतिशील देशभक्त, लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष व वामपक्षी शक्तियों के लिए जहाँ यह चुनौतियाँ हैं, वहीं विगत लोकसभा चुनावों के परिणामों ने विपक्षी महागठबंधन -इण्डिया के लिए और अधिक सुंगठित, सक्रिय और जवाबदेह होकर व्यापक एकजुटता प्रदर्शित करते हुए आम जनगण के बीच भरोसे का बेहतर माहौल पैदा करने की संभावनाओं के दरवाजे खोल दिये हैं।
बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों से बिहार की जनता परेशान हैं। महँगाई आसमान छू रही है। खाद्य वस्तुओं की कीमत लगातार बढ़ रही है। भ्रष्टाचार चरम पर है। बिहार पूरी तरह सुखा के चपेट में है। मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है। पूरे बिहार में त्राहिमाम है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी केंद्र और राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष तेज करेगी और सितंबर महीने में बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का शताब्दी वर्ष 26 दिसंबर 2024 से शुरू हो रहा है और यह 25 दिसंबर 2025 तक पूरे बिहार में धूमधाम से मनाये जाएंगे। बैठक की अध्यक्षता समस्तीपुर के जिला सचिव सुरेंद्र कुमार सिंह मुन्ना ने की।