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किशनगंज : जदयू में नगर परिषद अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान की जोरदार एंट्री, किशनगंज में दिखा सियासी एकजुटता का नजारा

प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, प्रभारी मंत्री किशनगंज जमा खान, गुलाम रसूल बलियावी व कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में हुआ मिलन समारोह, विकास, सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण पर जदयू का जोर – विपक्ष पर भी साधा निशाना

किशनगंज,28 मई(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जदयू के मिलन समारोह में बुधवार को किशनगंज की राजनीति में एक नया अध्याय जुड़ गया जब नगर परिषद अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान ने सैकड़ों समर्थकों के साथ जनता दल (यूनाइटेड) का दामन थाम लिया। इस मौके पर सम्राट अशोक भवन खगड़ा में आयोजित भव्य समारोह में जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान, पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलियावी समेत कई वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी ने आयोजन को खास बना दिया।

“गंगा-जमुनी तहजीब की धरती को नमन” – उमेश कुशवाहा

प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने इंद्रदेव पासवान का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि “किशनगंज गंगा-जमुनी तहजीब की धरती है, इसे नमन करता हूं। पासवान जी के आने से पार्टी और मजबूत हुई है।” उन्होंने एक पूर्व नेता पर इशारा करते हुए कहा, “अब पार्टी में छिपी गंदगी साफ हो चुकी है।”कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में 500 से अधिक योजनाएं संचालित हैं। उन्होंने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए इतिहास रचने वाली है। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव से पहले 50 लाख रोजगार और नौकरियां सृजित की जा रही हैं। महिला सशक्तिकरण की दिशा में बिहार अग्रणी राज्य बन चुका है, जहां महिला पुलिस को सर्वाधिक आरक्षण मिला है।

“विकास की राजनीति करते हैं, विकल्पहीन है नीतीश कुमार”

प्रदेश अध्यक्ष ने एक राष्ट्रीय नेता पर भी निशाना साधते हुए कहा – “वो कौन सा दिन था जब आपने अपनी बहू को घर से निकाल दिया?” उन्होंने कहा कि जदयू विकास की राजनीति में विश्वास रखता है और नीतीश कुमार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई विकल्प नहीं है

“सीमांचल में सिर्फ नीतीश ने किया विकास” – मंत्री जमा खान

अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने कहा, “हम जिस नेता (नीतीश कुमार) के नेतृत्व में काम करते हैं, उनकी कार्यशैली को दुनिया सलाम करती है। सीमांचल में विकास सिर्फ हमारे नेता ने किया है।”

उन्होंने गिनाया कि मुख्यमंत्री की पहल पर पहली बार कब्रिस्तान की घेराबंदी, मदरसा शिक्षकों का वेतन ₹500 से ₹70,000, अल्पसंख्यक बच्चों के लिए 53 हॉस्टल और आवासीय विद्यालयों की स्थापना संभव हो पाई।

“अब बेटियां दिखती हैं सरकारी नौकरियों में” – बलियावी

पूर्व सांसद गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि “पहले बेटियों को सरकारी नौकरियों में नहीं देखा जाता था, लेकिन आज महिला सशक्तिकरण के परिणामस्वरूप वे पुलिस से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में अपनी भागीदारी निभा रही हैं।” उन्होंने इस बदलाव का श्रेय नीतीश कुमार की नीतियों को दिया।नगर परिषद अध्यक्ष इंद्रदेव पासवान के जदयू में शामिल होने से पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। समारोह में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और आम जनता की उपस्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया कि सीमांचल की राजनीति में जदयू एक बार फिर पूरी ताकत से मैदान में उतरने को तैयार है।

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