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किशनगंज : डेरामारी में 23 से 26 दिसंबर तक होगा गायत्री महायज्ञ, निमित स्थान का किया गया भूमि पूजन।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में कोचाधामन प्रखण्ड के आदर्श गावँ मोहनमाड़ी में 51 कुंडीय नव चेतना जागरण गायत्री महायज्ञ प्रारम्भ हो रहा है। जो आगामी 23 दिसम्बर से आयोजित चार दिवसीय नवचेतना जागरण गायत्री महायज्ञ को लेकर जन जन का महामंत्र गायत्री महामंत्र के साथ भूमि पूजन रविवार को सम्पन्न किया गया। उक्त बात की जानकारी आयोजन महिला मंडल की अध्यक्ष गौरी देवी ने दिया। युग संगीत भजन व गुरु वंदना से कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष त्रिलोक चन्द्र जैन, भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष सुशांत गोप और गायत्री परिवार के परिजनों ने संयुक्त रूप से दिप प्रज्वलित कर किया। साथ ही यज्ञ स्थल में धर्म ध्वजारोहण किया गया।भारतीय संस्कृति के परंपराओं के अनुसार प्रत्येक कार्य के प्रारम्भ करने के पूर्व भूमि पूजन आवश्यक माना गया है। इस निमित गायत्री शक्तिपीठ के परिव्राजक मदन लाल के द्वारा भूमि पूजन समारोह संपन्न हुआ। इस अवसर पर त्रिलोक चंद जैन ने कहा कि जन्म से मृत्यु तक सभी संस्कारो में यज्ञ आवश्यक है। प्राचीन काल मे घर घर मे यज्ञ हुआ करता था। इस पुण्य भूमि में जितने यज्ञ होते रहे है की हमारा देश ही यज्ञीय देश कहलाया गया। भाजपा जिलाध्यक्ष सुशांत गोप ने कहा कि जिला यज्ञ एक धार्मिक प्रकिया है जिसके द्वारा भौतिक सुख के साथ आध्यात्मिक सुख भी मिलता है। यज्ञ का मुख्य उद्देश्य मनुष्य में देवत्व का उदय एवं धरती पर स्वर्ग का अवतरण है। आयोजन को लेकर सभी को जुटना होगा और मिल कर इसे सफल बनाना होगा। गोप ने कहा कि समाज में फैल रहे अपराध एवं दुराचारों के लिए विचारों को शुद्ध करना आवश्यक है। शुद्ध एवं सात्विक विचार ही मनुष्य को देवतुल्य बना सकता है। इसलिए व्यक्ति को स्वयं के विचारों को दूषित होने से बचाना चाहिए। गोप ने कहा कि हवन का अनुष्ठान भी किया जायेगा। जिसमें दर्जनों श्रद्धालुओं विश्व शांति की कामना को लेकर हवन पूजन करेंगे। ट्रस्टी मिक़्क़ी साहा ने कहा कि प्राचीन काल मे तीर्थो की स्थापना का आधार यज्ञ ही थे। जहाँ प्रचुर मात्रा में बड़े बड़े यज्ञ होते थे उसी स्थान को तीर्थ मान लिया जाता था। प्रयाग काशी रामेश्वरम आदि सभी क्षेत्रों में तीर्थो का उद्भव यज्ञयो से ही हुआ है। 23 से 26 दिसम्बर के बीच 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रज्ञा पुराण कथा एवं विराट संस्कार महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। शान्तिकुंज हरिद्वार केंद्र से विद्वान टोली नायकों के सहयोग से यज्ञ अनुष्ठान संस्कार सम्पन्न किए जाएंगे मंच संचालन रूपेश झा ने किया। इस मुख्य अवसर पर आयोजन समिति महिला मंडल अध्यक्ष गौरी देवी, वीणा देवी, पार्वती देवी, जिला संयोजक सौरभ कुमार, ट्रस्टी चेत नारायण सिंह, श्यामानंद झा, मुखिया शाहबाज़ आलम, प्रवीर प्रसुन्न, किशोर झा, सत्यनारायण पण्डित, बलराम ठाकुर, मनोज सिंह, सोहन लाल, पंचानंद सिंह, विजय कुमार सिंह, हरीशचंद्र सिंह, पद्मा भारतीय कमलेश कुमार सहित बड़ी संख्या में स्थानीय परिजन मौजूद रहे।

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