किशनगंज : खनन विभाग की टीम व पुलिस टीम पर हमला मामले में कार्रवाई को लेकर टीम गठित
दस दिनों में दूसरी बार हुआ है हमला

किशनगंज, 16 दिसंबर (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, सदर थाना क्षेत्र के महीनगांव पंचायत में अवैध बालू के भंडारण की सूचना पर गई खनन विभाग की टीम व पुलिस टीम पर हमला मामले में कार्रवाई को लेकर एक टीम का गठन किया गया है। मामले दर्ज कांड के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की ओर से छापेमारी भी शुरू कर दी गई है। पुलिस ने भी मामले को गम्भीरता से लिया है। हालांकि अब तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस की टीम आरोपियों को चिन्हित करने में जुट गई है। वही अवैध खनन करने वाले खनन माफियाओं के द्वारा खनन विभाग की टीम पर किया गया हमला कोई नया नहीं है। हाल के दिनों में 10 दिन पूर्व भी पोठिया थाना क्षेत्र के चामरानी बालू घाट में भी अवैध खनन रोकने गई खनन विभाग की टीम पर जानलेवा हमला किया गया था। इस मामले में घटना के एक दिन बाद पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। मामले में 20 आरोपियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवायी गई थी। हालांकि इस मामले में भी अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि अवैध खनन रोकने के लिए टीम के द्वारा जो कार्रवाई की जा रही है उसे रोकने और उनके मनोबल को तोड़ने के लिए इस प्रकार के हमले किये जा रहे है। महज 10 दिनों में दूसरी बार विभाग की टीम पर हमला किया गया है। यहां गौर करे कि बुधवार 13 दिसंबर की रात सदर थाना क्षेत्र के महीनगांव में अवैध बालू के भंडारण की सूचना पर स्थल पर गई खनन विभाग व पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया था। जिसमें खनन विभाग का एक चालक व दो पुलिस कर्मी घायल हो गए थे। मामले में छह नामजद व 10-12 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवायी गई थी।
सवाल यह है कि जिला में पुलिस पदाधिकारी और खनन विभाग के अधिकारी सुरक्षित नहीं है तो अवैध खनन और अवैध भंडारण पर कोई भी आम आदमी अपनी क्या प्रतिक्रिया देगा और आम आदमी जिले में हो रहे राजस्व की चोरी पर चुप्पी साधे रहेगा यह उनकी मजबूरी रहेगी और गुप्त सूचना देने वाले भी गुप्त सूचना देने से डरेंगे। अभी भी वक्त है इन बालू माफियाओं पर ठोस कार्रवाई हो ताकि पुलिस विभाग और सूचना देने वाले लोग भी खुद को सुरक्षित महसूस करें।