किशनगंज : डीएम ने दिघलबैंक पंचायत में क्षेत्र भ्रमण कर राज्य सरकार की क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं का किया निरीक्षण
दिघलबैंक प्रखंड के सभी पंचायत में पंचायती राज विभाग की योजनाओं का एक साथ जिला स्तरीय जांच टीम ने किया निरीक्षण

किशनगंज, 06 जुलाई (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ एवम संवेदनशील बनाने के निमित जिलाधिकारी, श्रीकांत शास्त्री ने दिघलबंक प्रखंड के 16 पंचायत में संचालित पंचायती राज विभाग के योजनाओं का निरीक्षण जिला स्तरीय टीम से करवाया है। डीएम ने स्वयं दिघलबैंक पंचायत में भ्रमण कर विभिन्न क्रियान्वित योजनाओं का जायजा लिया। डीएम श्रीकांत शास्त्री ने दिघलबैंक पंचायत अंतर्गत औचक निरीक्षण, भ्रमण कर पंचायत में क्रियाशील पंचायती राज विभाग की योजनाओ समेत अन्य योजनाओं यथा नली गली, मनरेगा, विद्यालय आदि का निरीक्षण किया गया। डीएम दिघलबैंक पंचायत में औचक निरीक्षण हेतु पूर्वाह्न 10:30 में पहुंच गए। निरीक्षण के क्रम में डीएम पंचायती राज विभाग की योजनाओं का बिंदुवार निरीक्षण किया। मुख्य रूप से योजनाओं को ग्राम सभा से पारित करवाने, मास्टर रोल संधारण, मापी पुस्त, प्राक्कलन अनुरूप कार्य की गुणवत्ता आदि का अवलोकन किया गया है। इसके अतिरिक्त कई विद्यालय, अस्पताल, मनरेगा की योजना का भी निरीक्षण किया गया। आदर्श उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालय, हरुआड़ांगा के निरीक्षण में बच्चो की उपस्थिति कम देखकर डीएम नाराज हुए, सभी क्लास में पर्याप्त रौशनी हेतु बल्ब लगाने, विद्यालय मरम्मत कार्य को शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार उत्क्रमित मध्य विद्यालय बरबन्ना में भी बच्चो की कम उपस्थिति पर चिंतित दिखे। बच्चो को बुलाकर उन्हें प्रोत्साहन दिया। पढ़ाई को लेकर फीडबैक भी लिए और डीएम अभिभावक भी भूमिका में दिखे।
निर्माणाधीन/अपूर्ण योजना में निर्माण कार्य को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। इसी प्रकार अन्य 15 पंचायत में जिला स्तरीय प्रशासनिक अधिकारियों के नेतृत्व में गठित जांच टीम ने निरीक्षण किया है।तदनुसार निरीक्षण प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई अपेक्षित है। मुख्य रूप से पंचायती राज विभाग की योजनाओं यथा नवनिर्मित छठ घाट, सड़क में पेवर्स ब्लॉक, सड़क निर्माण, शौचालय, नाला निर्माण आदि का निरीक्षण किया गया।
ज्ञातव्य हो कि स्वयं डीएम के द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर योजनाओं का निरीक्षण करते हुए उसकी प्रभाविकता का अनुश्रवण लगातार किया जा रहा हैं। गठित टीम में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ एक तकनीकी पदाधिकारी (अभियंता) और संबंधित पंचायत के तकनीकी सहायक-सह-कनीय अभियंता को रखा गया है।