किशनगंज : टेढ़ागाछ में 51 कुंडीय नव चेतना गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार महोत्सव 22 से 25 मार्च तक होगा आयोजित।

किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में टेढ़ागाछ प्रखण्ड के आदर्श गावँ सुहिया आमबाड़ी में 51 कुंडीय नव चेतना गायत्री महायज्ञ एवं संस्कार महोत्सव 22 मार्च से 25 मार्च तक होने जा रहा है। गुरुवार को आयोजन समिति के द्वारा यज्ञ स्थल में भूमि पूजन किया गया। इस निमित गायत्री शक्तिपीठ के परिव्राजक मदन लाल के द्वारा भूमि पूजन सम्पन्न किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सभी प्रखण्ड के गायत्री परिजन व स्थानीय कार्यकर्ता मौजूद थे। यज्ञ को लेकर स्थानीय लोग बहुत उत्साहित है। सभी पूर्ण रूप से यज्ञ की सफलता को लेकर अपना सहयोग प्रदान कर रहे है। इस अवसर पर ट्रस्टी मिक़्क़ी साहा ने कहा कि
भारतीय संस्कृति के परंपराओं के अनुसार प्रत्येक कार्य के प्रारम्भ करने के पूर्व भूमि पूजन आवश्यक माना गया है। जन्म से मृत्यु तक सभी संस्कारो में यज्ञ आवश्यक है। प्राचीन काल मे घर घर मे यज्ञ हुआ करता था इस पुण्य भूमि में जितने यज्ञ होते रहे है की हमारा देश ही यज्ञीय देश कहलाया गया। भूमि पूजन में सुदामा राय ने कहा कि यज्ञ एक धार्मिक प्रकिया है जिसके द्वारा भौतिक सुख के साथ आध्यात्मिक सुख भी मिलता है यज्ञ का मुख्य उद्देश्य मनुष्य में देवत्व का उदय एवं धरती पर स्वर्ग का अवतरण है। आयोजन को लेकर सभी को जुटना होगा और मिल कर इसे सफल बनाना होगा। प्राचीन काल मे तीर्थो की स्थापना का आधार यज्ञ ही थे। जहाँ प्रचुर मात्रा में बड़े बड़े यज्ञ होते थे उसी स्थान को तीर्थ मान लिया जाता था। प्रयाग काशी रामेश्वरम आदि सभी क्षेत्रों में तीर्थो का उद्भव यज्ञयो से ही हुआ है। शान्तिकुंज हरिद्वार केंद्र से विद्वान की टोली नायकों के सहयोग से यज्ञ अनुष्ठान संस्कार सम्पन्न किए जाएंगे। इस अवसर पर यज्ञ के आयोजन कर्ता रामवरण सिंह, जिला प्रतिनिधि लखन लाल पंडित, पूरन लाल मांझी, तुलसी सिंह, ट्रस्टी चेतनारायण सिंह, जिला संयोजक सौरभ कुमार, प्रवीर प्रसुन्न, सहित स्थानीय गायत्री परिजन मौजूद थे।