किशनगंज : जिले में हर दिन लोगों को उपलब्ध हो रहा है ई संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवाएं।

जिले में अब तक 77498 लोगों ने ई-टेलीमेडिसिन का उठाया लाभ।
- सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाके के लोगों के लिये लाभकारी साबित हो रहा है टेली मेडिसिन सेवा।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में सभी प्रखंडों के आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस का लाभ गर्भवती व धात्री महिलाओं, किशोरियों एवं बच्चों को मिलने लगा है। सत्र में मौजूद गर्भवती, धात्री, किशोरी एवं बच्चों की माताओं को उम्र के अनुसार पोषक तत्वों की आवश्यकता, आहार को सन्तुलित बनाने, उपलब्ध खाद्य सामग्री को मात्रा के हिसाब से सेवन करने, सही तरीके से स्तनपान, स्वस्थ पोषण व्यवहार, गांव-घर में उपलब्ध संसाधनों में से पौष्टिक आहार तैयार करने, पोषण वाटिका का महत्व इत्यादि के संबंध में विस्तार से बताया गया। महिलाओं, किशोरियों एवं बच्चों को स्वास्थ्य एवं पोषण सुविधाओं के साथ परामर्श भी दिया जा रहा है। इस दौरान गर्भवती व धात्री महिलाओं, किशोरियों एवं बच्चों को स्वास्थ्य एवं पोषण सुविधाओं के साथ परामर्श भी दिया गया। वीएचएसएनडी सत्र में गर्भवती एवं बच्चों का टीकाकरण किया गया। साथ ही, गर्भवती की हीमोग्लोबिन जांच, बीपी जांच, वजन आदि की जांच की गयी साथ ही आयरन व कैल्शियम की गोली का वितरण किया गया। जिसका अनुश्रवन लगातर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के द्वारा किया जा रहा है इसी क्रम में बुधवार को उन्होंने ठाकुरगंज प्रखंड के चौखुट आंगनबाड़ी केंद्र का निरिक्षण किया उनके साथ यूनिसेफ के एसएमसी एजाज अहमद भी रहे। सिविल सर्जन डॉ कौशल किशोर ने बताया कि वीएचएसएनडी सत्र के दौरान अब ग्रामीणों को ई-टेलीमेडिसिन की सेवा भी उपलब्ध कराई जा रही है। खासकर शर्दी के मौसम में सुदूर ग्रामीण इलाकों की लाभार्थियों के लिए ई-टेलीमेडिसिन काफी सुविधाजनक साबित हुआ। सुदूरवर्ती गांव के लोगों को इस सेवा से काफी लाभ मिलने लगा है। सदर प्रखंड समेत जिले में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां से स्वास्थ्य केंद्रों की दूरी ज्यादा होने के साथ ही हर समय चिकित्सीय सलाह लेना मुश्किल लगता था। लेकिन अब तो घर बैठे फोन करके भी सलाह या दवा मिलनी शुरू हो चुकी है। ऐसे में टेलीमेडिसीन यहां के लोगों के लिए वास्तव में संजीवनी साबित हो रही है। लाभार्थी महिलाओं को अब चिकित्सीय परामर्श के लिए पीएचसी या सदर अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है। अब वो ई-टेलीमेडिसिन के मध्यम से ऑनलाइन चिकित्सकों को अपनी बीमारी और परेशानियों से अवगत कराकर उचित परामर्श और इलाज ले रही हैं। उन्होंने बताया की जिले में अबतक कुल 77 हजार 498 लोगों ने ई-टेलीमेडिसिन के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधा का लाभ उठाया है। जिला योजना समन्वयक विश्वजीत कुमार ने बताया कि एप के इस्तेमाल से मरीजों को इलाज के लिये अस्पताल आने की झंझट से मुक्त रहते हैं। लोग घर बैठे विशेषज्ञ चिकित्सकों से अपने रोग के संबंध में जरूरी परामर्श ले सकते हैं। इससे आम लोगों को भीड़-भाड़ सहित अन्य वजहों से संक्रमण के खतरों का भी सामना नहीं करना पड़ता। अस्पताल आने-जाने की मजबूरी, लंबी कतार में खड़े रहने व चिकित्सक से समय लेने में होने वाली दिक्कतें स्वत: खत्म हो जाती है। जिले में फिलहाल 16 हब व 289 स्पोक्स स्थापित हैं। ज़िले में आरोग्य दिवस के दिन लगभग 500 के करीब मरीजों को सेवा का लाभ दिया गया है। इससे अनावश्यक ख़र्च नहीं होती व समय की भी बचत होती है। टेली मेडिसिन सेवाओं के जरिये मरीज वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अपनी समस्या हब में बैठे चिकित्सकों के पास रख सकते हैं। चिकित्सकों से उन्हें उचित परामर्श व दवा का सुझाव दिया जाता है। उसके साथ उन्हें नि:शुल्क दवा भी दिया जाता है।