किशनगंज : बाल ह्रदय योजना से पुष्प भट्टाचार्य को मिला अभयदान।

बच्ची के जन्म से ही ह्रदय में एक से अधिक विकार था हुआ मुफ्त व सफल इलाज।
- शारीरिक विकास हो रहा था बाधित।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, जिले में राज्य सरकार द्वारा संचालित बाल हृदय योजना जरूरतमंद परिवारों के बच्चे के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है। इसके तहत वैसे बच्चों का मुफ्त में इलाज कराया जा रहा है, जिनके दिल में छेद या एक से अधिक विकार है। इसी क्रम में जिले के शहरी क्षेत्र के नेपालगढ़ कोलोनी स्थित 4 वर्षीय पुष्प भट्टाचार्य को अभयदान मिला। पुष्प भट्टाचार्य के जन्म के डेढ़ माह होने पर लगातार बुखार और वृद्धि बाधित होने की जानकारी स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों से अभिभावकों को मिली। इसके लिए जिला और पटना तक के चिकित्सकों से आवश्यक जाँच से पता चला की बच्ची के ह्रदय में एक से अधिक विकार (टोफ) है जिसके इलाज में एक मुश्त में लाखों रुपये की जरुरत थी। जो एक दैनिक मजदूरी कर किसी तरह से जीविकोपार्जन करने वाले अभिभावक के लिए मुश्किल था। उन्होंने सब ईश्वर के भरोसे कर दिया। इसके बाद समीप के ही आंगनवाड़ी केंद्र में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन हुआ और पुष्प भट्टाचार्य के अभिभावकों ने जांच के दस्तावेज डॉ. ब्रहमदेव शर्मा को दिखाया। उक्त शिविर में जाँच करने के उपरांत डॉक्टर ने बाल ह्रदय योजना की जानकारी देते हुए पुष्प भट्टाचार्य को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक को संदर्भित कर दिया।तत्पश्चात पटना स्थित इंदिरा गाँधी आयुर्विज्ञान संस्थान के माध्यम से गुजरात राज्य के अहमदाबाद स्थित सत्य साई अस्पताल में सितम्बर 2022 के दौरान इलाज किया गया और अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। इसपर पुष्प भट्टाचार्य की माँ ने बताया बाल ह्रदय योजना के शुरुआत होने से ही हमारी बेटी को नया जीवन मिल पाया वर्ना हमलोगों के लिए आर्थिक तंगी के कारण उसका इलाज करावा पाना असंभव था। सरकार के इस योजना को शुरू करने के लिए दिल से धन्यवाद दिया। वहीं जिला समन्वयक, राष्ट्रीय बाल स्वस्थ्य कार्यक्रम के डॉ. ब्रहमदेव शर्मा ने इस पर जानकारी देते हुए कहा अब तक कुल 13 बच्चे जो जन्म से लेकर 0 से 18 वर्ष तक में विशिष्ट रोग सहित 4डी अर्थात् चार प्रकार की परेशानियों के लिए शीघ्र पहचान और प्रारंभिक हस्तक्षेप किया गया है। इन चार परेशानियों में जन्म् के समय जन्म दोष, बीमारी, कमी और विकलांगता सहित विकास में रूकावट की जांच शामिल है। उनमें से पुष्प भट्टाचार्य का अहमदाबाद में सफलता पूर्वक इलाज हो चूका है। उक्त योजना के तहत इलाज होने के मुद्दे पर पुष्प भट्टाचार्य के पिता ने कहा मेरी पुत्री पुष्प के निशुल्क इलाज से हम सभी परिवार उत्साहित हैं और हमें जीने की आस भी मिली है। यह राज्य के मुख्यमंत्री के द्वारा गरीब परिवारों के बच्चों के लिए महत्वाकांक्षी और सफल योजनाओं में से एक है। इस कार्यक्रम के नोडल पदाधिकारी डॉ. ब्रहमदेव शर्मा ने बताया हमारी टीम लगातार ऐसे बच्चों के पहचान में जुटी हुई है और प्राथमिकता के तौर पर उनके मेहनत को अंजाम देने के लिए हम सभी तत्पर हैं इस पर जिले के सिविल सर्जन डॉ. कौशल किशोर ने राष्ट्रीय बाल स्वस्थ्य कार्यक्रम के टीम के कार्यों की सराहना करते हुए कहा सरकार के बाल ह्रदय योजना जो एक विशेष पहल है वो जन्म से ह्रदय में छेद या अन्य विकारों वाले बच्चों के मुफ्त इलाज वरदान से कम नहीं है। मेरी अपील जिलेवासियों से है जो भी इस तरह की समस्याओं से जूझ रहे हैं उन्हें सीधे इस कार्यक्रम से जोड़ने में सहयोग करें।