किचेन शेड के बिना ही बन रहा एमडीएम,पूर्व प्रधान शिक्षक ने किया गबन छह साल से भवन है अधूरा…

किशनगंज ठाकुरगंज नगर स्थित नया प्राथमिक विद्यालय भीमवालिश में बिना किचन शेड के रसोइया स्कूल भवन के सीढ़ीघर के समीप बच्चों के लिए खाना बनाने पर मजबूर है।जिससे बच्चो संग शिक्षकों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।प्रत्येक नया व प्राथमिक विद्यालय में विभागीय नियमानुसार किचन शेड निर्माण के लिए 1 लाख चालीस रुपए विद्यालय मद में दिया गया था।इसी नियमानुसार तत्कालीन प्रधान शिक्षक अपूर्वा कुमार के समय विद्यालय के मद में भी वित्तीय वर्ष 2015 में किचन शेड निर्माण के लिए राशि आई थी।वर्तमान प्रधान शिक्षक मो.जावेद का कहना है कि जब उन्होंने 15.12.2015 को विद्यालय का चार्ज लिया तो विद्यालय मद के खाते में 360 रुपए एवं मध्याह्न भोजन के खाते में 83 हजार की राशि जमा थी।जबकि किचन शेड की राशि थी ही नही।ऐसे में मजबूरन मध्याह्न भोजन बच्चों को कराने के लिए सीढ़ीघर के समीप रसोइया द्वारा भोजन बनवाना पड़ता है।प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षक मो.जावेद का कहना है इस विद्यालय में 68 बच्चे नामांकित है।मेरे अलावा एक शिक्षिका भी पठन-पाठन का कार्य संभाल रही है।वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्ष 2012 में तत्कालीन प्रधान शिक्षक अपूर्वा कुमार के नेतृत्व में 25 लाख की राशि से छह कमरों का भवन बनना आरंभ हुआ था।जो अब भी बिना दरवाजे,खिड़की और प्लास्टर के अधूरे है।लोगों का कहना है भवन निर्माण में गड़बड़ी के कारण नगर पंचायत द्वारा मामला भी दर्ज कराया गया था।उसके बाद प्रधान शिक्षक की बदली अन्यत्र विद्यालय में कर दी गई थी।उसके बाद से कितने वर्ष बीतने के बाद भी विभाग ने सुधि नही ली है।वही दिलीप मंडल,प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ठाकुरगंज का कहना है की नगर पंचायत द्वारा मामला दर्ज कराया गया था।लेकिन यह मामला मेरे कार्यकाल के पूर्व का है।मामला को देखा जा रहा है कि किचन शेड की राशि उठाई गई थी कि नही।उठाई गई है तो अब तक किचन शेड का निर्माण क्यों नही कराया गया है।
रिपोर्ट-धर्मेन्द्र सिंह