हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर: राष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों की ओर किशनगंज की ठोस पहल
डेरामारी एवं गोपालगंज होंगे राष्ट्रीय प्रमाणीकरण के लिए मूल्यांकित, डी-क्यू-ए-सी ने तैयारियों का किया गहन निरीक्षण

किशनगंज,16 दिसंबर(के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण, सुलभ और भरोसेमंद स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने की दिशा में किशनगंज जिला स्वास्थ्य तंत्र लगातार ठोस कदम बढ़ा रहा है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के तहत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के राष्ट्रीय प्रमाणीकरण की प्रक्रिया को गति देते हुए जिले में तैयारियों की नियमित समीक्षा की जा रही है, ताकि ग्रामीण जनता को अपने ही क्षेत्र में सुरक्षित एवं मानक-आधारित स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
इसी क्रम में मंगलवार को जिला गुणवत्ता आश्वासन समिति (डी-क्यू-ए-सी) की सदस्य सुमन सिन्हा द्वारा चयनित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों की तैयारियों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण का उद्देश्य आगामी राष्ट्रीय मूल्यांकन से पूर्व सभी निर्धारित मानकों के अनुपालन को सुनिश्चित करना एवं शेष सुधार बिंदुओं को समयबद्ध रूप से पूर्ण कराना रहा।
व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा
निरीक्षण के दौरान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में स्वच्छता व्यवस्था, मरीज सुविधा, आवश्यक दवाओं की उपलब्धता, दवा भंडारण प्रणाली, टीकाकरण प्रबंधन, रिकॉर्ड संधारण, बायोमेडिकल वेस्ट निपटान तथा फायर सेफ्टी से संबंधित प्रावधानों की विस्तार से समीक्षा की गई।
डी-क्यू-ए-सी सुमन सिन्हा ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय प्रमाणीकरण केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि ग्रामीण जनता को सुरक्षित, सम्मानजनक और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का प्रभावी माध्यम है।
19 व 20 दिसंबर को राष्ट्रीय एसेसर का निरीक्षण
जिले में एनक्यूएएस प्रमाणीकरण की प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाई जा रही है। इसी कड़ी में 19 दिसंबर को बहादुरगंज प्रखंड के बेसा गोपालगंज हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तथा 20 दिसंबर को कोचाधामन प्रखंड के डेरामारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का राष्ट्रीय एसेसर द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा।
इस दौरान केंद्रों की स्वास्थ्य सेवाओं, संरचनात्मक व्यवस्थाओं एवं कार्यप्रणाली का राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप आकलन किया जाएगा। प्रमाणीकरण की तैयारी के लिए जिला स्तर से सतत निगरानी, तकनीकी मार्गदर्शन और फील्ड-आधारित सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
गुणवत्ता और मरीज सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता
सिविल सर्जन डॉ. राज कुमार चौधरी ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का राष्ट्रीय प्रमाणीकरण जिले की प्राथमिकताओं में शामिल है। स्वच्छ वातावरण, आवश्यक दवाओं की निरंतर उपलब्धता, प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी एवं सुव्यवस्थित रिकॉर्ड प्रणाली से ही ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा संभव है। इससे सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों पर लोगों का भरोसा और मजबूत होगा।
ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को मिलेगी नई पहचान
जिलाधिकारी विशाल राज ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ हैं। इन केंद्रों का राष्ट्रीय स्तर पर मूल्यांकन और प्रमाणीकरण यह सुनिश्चित करता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी वही गुणवत्ता उपलब्ध हो, जो किसी भी मानक स्वास्थ्य संस्थान से अपेक्षित है। यह प्रक्रिया जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को नई पहचान और मजबूती प्रदान करेगी।
डी-क्यू-ए-सी का यह निरीक्षण दिसंबर माह में प्रस्तावित राष्ट्रीय एसेसर के मूल्यांकन की तैयारियों को और सुदृढ़ करता है। यह पहल स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि किशनगंज जिला जागरूकता-आधारित, गुणवत्ता-युक्त और भरोसेमंद ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में निरंतर अग्रसर है।


