प्रमुख खबरेंराजनीति

भाकपा शताब्दी वर्ष की शानदार शुरुआत हुई

भाकपा राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने राज्य मुख्यालय अजय भवन और जनशक्ति भवन में किया झंडोत्तोलन

कुणाल कुमार/पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का शताब्दी वर्ष की शुरुआत गुरुवार को पूरे राज्य में धूम-धाम के साथ हुई। पार्टी के राज्य मुख्यालय अजय भवन से लेकर सभी जिला,अंचल और शाखा कार्यालयों पर झंडोतोलन किया गया। पार्टी सदस्यों ने अपने अपने घरों पर झंडा फहराया। भाकपा के राज्य मुख्यालय अजय भवन और जनशक्ति भवन पटना में राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने झंडोतोलन किया। इस मौके पर फासीवाद के रास्ते पर चलने वाली एनडीए सरकार को सत्ता से हटाने और पार्टी को मजबूत बनाने का संकल्प लिया गया। जनशक्ति भवन पटना में झंडोतोलन के बाद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जननेता एवं बिहार सरकार के पूर्व मंत्री चंद्रशेखर सिंह जिनका जन्म 26 दिसम्बर, 1915 को हुआ था की जयन्ती के अवसर पर उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की गयी। इस मौके पर भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का स्थापना 26 दिसम्बर 1925 को कानपुर में हुई थी। भाकपा का इतिहास संघर्ष और बलिदानों का रहा है। देश की आजादी में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने अहम भूमिका निभाई है। आजादी के आंदोलन के दौरान भाकपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं को जेल में डालकर यातनाएं दी र्गइं, वावजूद ब्रिटिश सरकार की साम्राज्यवादी नीतियों का विरोध करते रहे और सारे कष्टों से लड़ते हुए, सहते हुए जनता को आजादी के आंदोलन में एकजुट कर वे इस निश्चय के साथ काम करते रहे कि एक दिन आयेगा जब शोषक एवं शोषित दो वर्गों में बंटा समाज का खात्मा होगा, शोषण का अंत होगा, और शोषण विहीन समाज की स्थापना होगी। जो अधूरा है। हम अपने उन सभी साथियों की स्मृति में, उस निश्चय को जिसके लिये उन्होंने अपने जीवन को लगाया और इस विश्वास की विरासत हमे दी, हम उनकी याद में इस शताब्दी वर्ष को समर्पित करते हैं। भाकपा राज्य सचिव ने कहा कि केंद्र की सत्ता में बैठी भाजपा सरकार संविधान और लोकतंत्र को समाप्त करने पर तुली हुई है। संवैधानिक संस्थाओं को बर्बाद किया जा रहा है। इस सरकार में दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़े हैं।
महंगाई आसमान छू रही है। ऐसी स्थिति में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की भूमिका और बढ़ गई है।
झंडोत्तोलन के अवसर पर अनेक पार्टी नेता कार्यकर्त्ता मौजूद थे, जिसमें मुख्य रूप से पार्टी के राज्य सचिवमंडल सदस्य का॰ विजय नारायण मिश्र, का॰ निवेदिता झा, एफ्टू के महासचिव प्रो॰ अरूण कुमार, पटना उच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ता योगेश चन्द्र वर्मा, रामजीवन सिंह, पार्टी के राज्य कार्यकारिणी सदस्य प्रो॰ सुशीला सहाय, जीतेन्द्र कुमार, बिहार एटक के अध्यक्ष गजनफर नबाब, राज्य कार्यालय सचिव इन्दू भूषण वर्मा, राज्य परिषद सदस्य सुमंत शरण, कौशलेन्द्र वर्मा, डी. पी. यादव, अनील कुमार सिंह, सिद्धेश्वर, बिहार महिला समाज की नेतृ अनीता मिश्र, ट्रेड यूनियन नेता बिनोद कुमार, हरदेव ठाकुर विशेष शाखा के सचिव एवं सदस्यगण उमाकांत सिंह, विकास, राजेन्द्र सिंह, राज्य कार्यालय एवं जनशक्ति के रामजी पासवान, विजय कुमार वर्मा, रणविजय आदि अनेक पार्टी सदस्य एवं कार्यकर्त्ता मौजूद थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button