प्रधानमंत्री जन धन खातों की जमा राशि में अचानक हुई वृद्धि से कई विसंगतियां उजागर हुई हैं।सरकार ने रविवार को इस तरह के खाता धारकों को चेतावनी दी है कि गत 8 नवंबर को हुई नोटबंदी के मद्देनजर उनके खातों में जमा राशि के दुरुपयोग की इजाजत उन्हें नहीं दी जाएगी। इस फरमान को लेकर वित्त मंत्रालय की विज्ञप्ति जारी हुई है।वित्त मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया हैकि आयकर विभाग देशभर में जनधन खातों में जमा कराई गई नकदी राशि में अचानक वृद्धि की जांच कर रहा है।इन खातों में कई विसंगतियां उजागर हुई हैं।वित्त मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि जनधन खातों में ऐसे लोगों द्वारा करीब 1.64 करोड़ अघोषित रुपये जमा किए गए हैं,जिन्होंने खुद को आयकर सीमा से नीचे बताकर आयकर रिटर्न कभी नहीं भरा है।कोलकाता,आरा (बिहार)कोच्चि और वाराणसी में ऐसे लोगों के खातों का पता चला है। बताया गया है कि बिहार में एक जनधन खाते में जमा 40 लाख रुपये जब्त किए गए हैं।वित्त मंत्रालय की विज्ञप्ति में कहा गया है कि पता लगाए गए अघोषित आय को आयकर अधिनियम 1961 के दायरे में लाया जाएगा।इसके अलावा अन्य कार्रवाइयां जांच के परिणाम के आधार पर होंगी।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में आयोजित एक सार्वजनिक सभा में कहा था कि मैं जनधन खाताधारकों से कहना चाहता हूं कि उन्हें इसधन को नहीं निकालना चाहिए।अगर आपको कोई धमकी देता है तो मुझको लिखें।मैं पता लगाने की कोशिश कर रहा हूं कि यह धन आप तक कैसे पहुंच सकता है।वित्तीय समावेशन के तहत गत 25 नवंबर तक देशभर में 25 करोड़ जनधन खाते खोले जा चुके हैं।