शहीद आशीष के गांव में सरोजा पहुंचे डीजीपी केएस दृवेदी…
सहरसा शहीद दरोगा आशीष कुमार सिंह के हत्यारे को जल्द ही गिरफ़्तार कर लिया जायेगा।इस मामले में कुछ अपराधी पकड़े भी गये लेकिन एक अभी बचा हुआ।उसे भी बहुत जल्द दबोच लिया जायेगा।इसमे बचने की किसी की कोई गुंजाइश नही है।ये बातें डीजीपी केoएसo द्विवेदी ने रविवार को शहीद आशीष के गांव में कही।सरोजा गांव पहुंचे डीजीपी ने सबसे पहले आशीष को श्रद्धांजलि देने के बाद परिजनों से भेंट कर सांत्वना दी।डीजीपी ने कहा कि आशीष बहुत ही बहादुर अधिकारी थे।लोगों द्वारा प्रतिमा लगाने की मांग पर डीजीपी ने कहा कि यह उनके अधिकार से बाहर है लेकिन इसमें पुलिस मुख्यालय लोगों को हर संभव मदद करने को तैयार है। डीजीपी ने आशीष की पत्नी से सरकारी सेवा में योगदान देने का आग्रह किया।शहीद आशीष के घर डीजीपी के साथ आईजी अभियान कुंदन कृष्णन, आईजी मद्य निषेध रत्न संजय, आईजी पंकज दराद, डीआईजी, सहरसा एसपी राकेश कुमार, सुपौल एसपी मृत्युंजय चौधरी, मुख्यालय डीएसपी गणपति ठाकुर, सिमरी एसडीपीओ मृदुला कुमारी, अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।
राज्य में पुलिस का यह बड़ा ही सराहनीय और प्रशंसनीय प्रयास है कि पहली बार किसी शहिद दरोगा के घर श्रधांजलि और परिजनों को सांत्वना देने डीजीपी पहुंचे है।13 अक्टूबर को खगड़िया के पसराहा थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि सलारपुर दियारा में खगड़िया और नवगछिया इलाके से अपराधियों का जमावड़ा हो रहा है।पसराहा थाना प्रभारी आशीष कुमार पुलिस बल के साथ अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए निकले।अपराधियों को पुलिस के आने की सूचना मिलते ही फायरिंग शुरू कर दिया।जिसके बाद पुलिस की ओर से भी गोलीबारी शुरू हो गई।अपराधी पुलिस मुठभेड़ में पसराहा थाना प्रभारी आशीष कुमार और कुछ जवान को गोली लगी, जिसमें पसराहा थाना प्रभारी की मौके पर ही शहीद हो गए थे।
रिपोर्ट-न्यूज़ रिपोटर