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दंपति संपर्क पखवाड़े की हुई शुरुआत 27 जून से 10 जुलाई तक चलेगा अभियान…

एएनएम एवं आशाएं घर-घर जाकर योग्य दंपतियों को करेंगी जागरूक, अस्थायी साधनों को घर में कराया जाएगा उपलब्ध…

नवादा जनसंख्या स्थिरीकरण एवं बेहतर प्रजनन स्वास्थ्य सुनिश्चित करने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा निरंतर कदम उठाये जा रहे हैं।इसी क्रम में 15 से 49 साल तक के योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन के साधनों के विषय में जागरूक करने एवं इन साधनों की सामुदायिक स्तर पर उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए 27 जून से 10 जुलाई तक जिले में दंपति संपर्क पखवाड़ा मनाया जाएगा।

योग्य दंपतियों को जागरूक करना लक्ष्य…

परिवार नियोजन के साधनों के इस्तेमाल की ज़िम्मेदारी 15 साल से 49 साल तक के योग्य दंपतियों के कंधे पर ही होती है।इसके लिए आशा एवं एएनएम घर-घर जाकर योग्य दंपतियों को परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों के विषय में जागरूक करेंगी।साथ ही इस दौरान परिवार नियोजन के अस्थायी साधन जैसे कंडोम एवं अन्य गर्भनिरोधक गोली (दैनिक/साप्ताहिक/ आकस्मिक) दवाओं की उपलब्धता घर पर सुनिश्चित की जाएगी।इसके लिए जिले में योग्य दंपतियों की सूची तैयार की गयी है।जिला स्तरीय पदाधिकारी के नेतृत्व में योग्य दंपतियों की सूची के अनुसार आशा एवं एएनएम गृह भ्रमण कर परिवार नियोजन के साधनों के बारे में जानकारी देंगी एवं कंडोम के साथ गर्भनिरोधक गोली भी वितरित करेंगी।इसके अलावा योग्य दंपतियों द्वारा चयनित परिवार नियोजन उपाय जैसे कॉपर टी, अंतरा इंजेक्शन, महिला एवं पुरुष नसबंदी की सुविधा स्वास्थ्य केन्द्रों पर उपलब्ध कराने की लिए लाभार्थियों का पंजीकरण भी किया जाएगा।सिविल सर्जन डॉ श्रीनाथ प्रसाद ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार गुरूवार से दंपति संपर्क पखवाड़े की जिले में शुरुआत की गयी है जो 10 जुलाई तक चलाया जाएगा।इस अभियान का मुख्य उद्देश्य आम लोगों में परिवार नियोजन की जरूरत के विषय में जागरूक करना है।उन्होंने बताया कि परिवार नियोजन के साधनों का इस्तेमाल जनसंख्या स्थिरीकरण के साथ बेहतर प्रजनन एवं यौन स्वास्थ्य के लिए भी जरुरी है।बच्चों में 2 साल से कम के अंतराल होने से प्रजनन स्वास्थ्य प्रभावित होता है एवं कई मामलों में माताओं की मृत्यु तक हो जाती है।इसके विपरीत बच्चों में सही अंतराल एवं छोटा परिवार हरेक मायने में खुशहाली का प्रतीक होता है।बच्चों में अंतराल रखने के लिए अस्थायी साधन एवं सीमित परिवार के लिए स्थायी साधनों का इस्तेमाल किया जा सकता है।उन्होंने परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर बल देते हुए बताया कि पुरुष नसबंदी महिला नसबंदी की अपेक्षा सरल एवं आसन है।यह बिना चिड-फाड़ के एक घंटे में ही हो जाता है एवं इससे किसी भी प्रकार की यौन दुर्बलता नहीं होती है। जबकि बच्चों में अंतराल रखने के लिए कॉपर टी भी एक असरदार एवं सुरक्षित साधन है।प्रसव के तुरंत बाद भी कॉपर टी लगाया जा सकता है।

अंतरा एवं छाया पर जागरूकता..

पखवाड़े के दौरान नवीन गर्भनिरोधक साधन अंतरा एवं छाया के विषय में लोगों को जागरूक करने पर भी बल दिया जाएगा।बच्चों में अंतराल एवं अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए दो नवीन गर्भ निरोधक-‘अंतरा’ एवं ‘छाया’ की शुरुआत की गयी है।‘अंतरा’ एक गर्भ निरोधक इंजेक्शन है जिसे एक या दो बच्चों के बाद गर्भ में अंतर रखने के लिए दिया जाता है।इस तरह साल में चार इंजेक्शन दिया जाता है।‘छाया’ गर्भ निरोधक टेबलेट है जिसका सेवन हर चार दिन में करना होता है।साथ ही एक महीने तक यह टेबलेट खानी होती है।साथ ही सरकार द्वारा अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर लाभार्थी को 100 रूपये एवं प्रेरक को भी 100 रूपये दिए जाने का प्रावधान किया गया है।

रिपोर्ट-मिथिलेश कुमार

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