किशनगंज : म्यांमार में बंधक बनाकर गलत तरीके से कार्य करा रहे दो भारतीय युवकों को कराया गया मुक्त, सकुशल भारत लौटे।
कंबोडिया में अच्छी नौकरी दिलाने का दिया था झांसा
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, म्यांमार में बंधक बनाकर गलत तरीके से कार्य करा रहे जिले के पोठिया के दो भारतीय युवकों को किशनगंज पुलिस के प्रयाश से मुक्त कराया गया है। दोनो युवक सकुशल वापस लौट गए। युवकों को कंबोडिया में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया था। मामले में 16 दिसम्बर को पोठिया, के गफरुद्दीन के द्वारा एसपी कार्यालय में एक आवेदन दिया गया था। आवेदन में यह बताया गया था कि इस्लामपुर पंचगछिया के अब्दुल हमीद के द्वारा पीड़ित गफरुद्दीन के पुत्र फकरुद्दीन एवं उनके दोस्त शाहजहां को कंबोडियाँ देश में अच्छी नौकरी दिला देने की बात कही गई थीं। झांसे में आकर दोनो कंबोडिया जाने के लिए तैयार हो गया। उस समय नौकरी दिलाने की बात कह दोनो युवकों से पांच-पांच लाख रुपये लिए गए थे। कम्बोडिया जाने की बात कह दोनो युवकों को ले जाया गया। बाद में पता चला कि दोनो को कंबोडिया न ले जाकर कहीं और ले जाया गया है तथा उनसे बताया गया कार्य न कराकर मजदूरी का कार्य कराया जा रहा है। घर में इन्हें बात करने भी नहीं दिया जा रहा था। इस शिकायत पर पोठिया थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई। अनुसंधान में पता चला कि उक्त दोनों युवकों को नौकरी का झांसा देकर थाईलैंड ले जाया गया था। जहां से उसे समुद्री मार्ग से म्यांमार भेज दिया गया। उन्हें किसी साईबर फ्रॉड में मदद करने के लिए कहा जाता था। पुलिस ने म्यांमार स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क स्थापित कर दोनों युवकों को मुक्त कराते हुए सकुशल उनके घरवालों को सुपूर्द किया।