किशनगंज : सिविल सर्जन कार्यालय के प्रधान लिपिक के द्वारा एक्सरे संचालक से 50 हजार रुपये घुस मांगने का वीडियो वायरल।
सील दुकान खोलने के अनुमति के लिए मांगा गया राशि, वीडियो सोशल मीडिया में वायरल।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, सिविल सर्जन कार्यालय में कार्यरत प्रधान लिपिक उमेश चौधरी के द्वारा एक्सरे संचालक से 50000 बतौर घुस मांगने का एक वीडियो वायरल हुआ है। जिससे पूरे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। हालांकि सिविल सर्जन के द्वारा इस मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। मामला ठाकुरगंज प्रखण्ड के पौआखाली स्थित मरघुब डिजिटल एक्सरे से जुड़ा हुआ है। इस एक्सरे दुकान में बिना लाईसेंस के मरीजों का एक्सरे किया जाता था। जब जांच टीम ने जांच किया तो एक्सरे संचालन से संबंधित कोई कागजात नहीं मिलने के कारण एक्सरे दुकान को सील कर दिया गया। इसी एक्सरे दुकान के लाइसेंस व दुकान खोलने के नाम पर 50000 रुपये का मांग किशनगंज सिविल सर्जन कार्यालय के प्रधान लिपिक उमेश यादव के द्वारा मांगा गया। वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि एक्सरे संचालक आशिफ अहमद से प्रधान लिपिक उमेश चौधरी लेनदेन की बात कह रहा है। जिसमें एक्सरे संचालक आशिफ अहमद को दुकान खोलने की अनुमति देने के लिए पूरा पैसा यानी 50000 रुपये देने को कह रहा है। प्रधान लिपिक के द्वारा कहा जा रहा है कि 50000 में बात हुई है, 50000 ही चाहिए। वहीं आशिफ के द्वारा 40000 रुपये प्रधान लिपिक को दिया जा रहा था, लेकिन प्रधान लिपिक ने उससे एक बार में पूरा राशि देने को कह रहा है। वीडियो में साफ साफ प्रधान लिपिक कह रहा है कि आपका काम हो गया है सिर्फ दुकान खोलने की अनुमति के लिए हस्ताक्षर चाहिए, सर बिजी है हस्ताक्षर कर देंगे। वहीं इस वायरल वीडियो से शहर में चर्चा का विषय बना हुआ। गौरतलब हो कि कुछ माह पूर्व पौआखाली में बिना लाइसेंस का डिजिटल एक्सरे का संचालन किया जा रहा था। जिसका जांच में संबंधित पदाधिकारी ने एक्सरे दुकान को सील कर चाबी सिविल सर्जन कार्यालय को सौप दिया था। वहीं प्रधान लिपिक उमेश चौधरी ने कहा कि मैने कोई राशि नहीं मांगी, जब उसका एक्सरे दुकान का लाइसेंस बन गया तो राशि क्यूं मांगता। उन्होंने कहा कि दुकान खोलने की अनुमति सिविल सर्जन सर देंगे जिसके लिए पत्र तैयार कर रखा है लेकिन कुछ नियम की पूर्ति नहीं होने के कारण दुकान खोलने की अनुमति नहीं दिया गया। इस संबंध में जब सिविल सर्जन, डॉ कौशल किशोर से पूछने पर उन्होंने बताया कि मुझे वीडियो वायरल से संबंधित कोई मामले की जानकारी नहीं है। जैसे ही वीडियो मुझे मिलेगा जांच कर कार्रवाई किया जाएगा।