किशनगंज पुलिस 10 साल के डेटा को डिजिटल पर लाने में जुटी, प्रशिक्षु अवर निरीक्षकों को SP की मौजूदगी में सदर थाना परिसर में दिया गया प्रशिक्षण।

किशनगंज पुलिस हो रही है डिजिटल, एक क्लिक में आएगा पूरा रिकार्ड, प्रशिक्षु अवर निरीक्षकों को दिया गया प्रशिक्षण
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, अब किशनगंज पुलिस भी डिजिटल हो रही है। पुलिस 10 साल के डेटा को डिजिटल पर लाने में जुट गई है। यह कार्य सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है।इसी के तहत एसपी डॉ इनामुल हक मेगनु की मौजूदगी में सोमवार को प्रशिक्षु अवर निरीक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें प्रशिक्षु अवर निरीक्षकों को त्वरित गति से चल रहे सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट के बारे में बताया गया। यह बताया गया कि सॉफ्टवेयर में किस तरह से पंजी को संधारित किया जाना है। इसकी बारीकियों को बताया गया। जिसमे मुख्य रूप से डिजिटलाइजेशन पर प्रशिक्षण दिया गया। पंजियों को अब ऑनलाइन अपडेट किया जाना है।आपको बताते चलें कि जिले में पदस्थापित 36 प्रशिक्षु पुलिस अवर निरीक्षक भी इस कार्य को गति देने में अपनी भूमिका निभाएंगे। योजना के तहत अब तक पुलिस विभाग में जो पंजी ऑफ लाइन चल रहा है उसे ऑनलाइन किया जाना है। अब थानों में दर्ज किसी भी केस से सम्बंधित डाटा ढूंढने मे बस एक क्लिक की जरूरत पड़ेगी। क्लिक करते ही सारे डिटेल सामने आ जाएंगे। एसपी डॉ इनामुल हक मेंगनु ने कहा कि आने वाले समय मे इनकी जिम्मेदारी अहम होगी। इससे पहले प्रशिक्षु अवर निरीक्षकों को राजगीर पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण दिया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस में सुधार को लेकर कई बदलाव किये गए हैं। इनमें डिजिटलाइजेशन भी एक महत्वपूर्ण अंग है। अब थानों में भी ज्यादातर वर्क कम्प्यूटर से ही होंगे। अब पुलिसकर्मियों को रजिस्टर पलटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एक क्लिक में ही उन्हें पूरा रिकार्ड मिल जाएगा।