गुणवत्तापूर्ण धान अधिप्राप्ति हेतु एसडीओ, बीडियो, सीओ अपने अपने क्षेत्र अंतर्गत जिम्मेवार होंगे: डीएम।।.

केवल उसना राइस मिलरों को ही धान अधिप्राप्ति कार्य हेतु संबद्ध किया जाएगा: डीएम
धान अधिप्राप्ति सफलतापूर्वक करें, किसानों को धान बिक्री करने में कोई कठिनाई न हो: डीएम
त्रिलोकी नाथ प्रसाद:-पटना, मंगलवार, जिला पदाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में धान/चावल अधिप्राप्ति टास्क फोर्स की बैठक हुई।
* जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि अधिप्राप्ति वर्ष 2022-23 अंतर्गत धान की बिक्री हेतु अभी तक 27,784 किसानों द्वारा ऑनलाईन निबंधन किया गया है। इसमें 9,615 रैयत तथा 18,169 गैर रैयत हैं।
* जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा प्राप्त प्रतिवेदन के आलोक में विगत टास्क फोर्स की बैठक में अंकेक्षित एवं स्वच्छ छवि वाले 183 समितियों (पैक्स/व्यापार मंडलों) को धान क्रय हेतु अनुमोदित किया गया था। जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा आज पुनः 76 पैक्स/व्यापार मंडलों की सूची चयन हेतु प्रस्तुत किया गया जिसे टास्क फोर्स की बैठक में अनुमोदित किया गया।
डीएम डॉ. सिंह ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेश दिया कि चयनित पैक्सों की सूची सभी संबंधित पदाधिकारियों को अविलंब उपलब्ध करा दें तथा अनुमोदित सभी समितियों को सीसी लिमिट उपलब्ध कराकर विभाग के निदेश के अनुसार धान क्रय किया जाए। उन्होंने अअंकेक्षित पैक्स/व्यापार मंडल का शीघ्र अंकेक्षण सुनिश्चित कराने का निदेश दिया ताकि अधिक से अधिक संख्या में पैक्स/व्यापार मंडलों को क्रियाशील किया जा सके *जिससे किसानों को धान बिक्री करने में कोई कठिनाई न हो।*
* डीएम डॉ. सिंह ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेश दिया कि विभागीय निदेशानुसार सभी समितियों से प्रस्ताव, अंकेक्षण प्रतिवेदन एवं अन्य सभी आवश्यक कागजात प्राप्त करते हुए एवं समिति में सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित कराते हुए अविलम्ब धान की अधिप्राप्ति तीव्र गति से की जाय। यह भी निदेश दिया गया कि चयनित सभी क्रय केन्द्रों पर आवश्यक सामग्री का चेक लिस्ट बना लें एवं सभी क्रय केन्द्रों पर अविलम्ब वैनर लगवाया जाय ताकि किसानों के बीच इसका व्यापक प्रचार-प्रसार हो सके।
* डीएम डॉ. सिंह ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेश दिया कि प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों के माध्यम से सभी क्रय केन्द्रो एवं सभी गोदामों का भौतिक सत्यापन कराते हुए अक्षांश-देशांतर के साथ उसका पता अंकित कर प्रतिवेदन अगले टास्क फोर्स की बैठक के पूर्व उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही किसी भी निजी गोदाम का बिना एकरारनामा प्राप्त कराये उक्त गोदाम में धान का भंडारण नहीं करायेंगे। सभी सहकारिता प्रसार पदाधिकारी इसका अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।
* धान का क्रय:- विभाग द्वारा खरीफ विपणन मौसम वर्ष 2022-23 अन्तर्गत किसानों से धान अधिप्राप्ति हेतु धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य क्रमशः सामान्य धान 2040/-रूपये प्रति क्वींटल एवं ग्रेड ‘ए’ धान 2060/रूपये प्रति क्वीटल की दर से क्रय करने हेतु निर्धारित किया गया है। *आज दिनांक 15.11.2022 को कुल-11 पैक्सों के द्वारा लगभग 40 मे0टन धान का क्रय किया गया है।* डीएम डॉ. सिंह द्वारा जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि धान के नमी मात्रा की समीक्षा करते हुए अविलम्ब पैक्सों द्वारा धान का क्रय तीव्र गति से कराना सुनिश्चित करें।
* कैश क्रेडिट:-प्रबंध निदेशक, पाटलिपुत्र सेन्ट्रल कोऑपरेटिव बैंक प्रा0 लि0, पटना के द्वारा बताया गया कि वर्त्तमान में कुल 183 (एक सौ तेरासी) चयनित समितियों को धान क्रय हेतु लक्ष्य का 20 प्रतिशत सी0सी0 लिमिट उपलब्ध करा लिया गया है। डीएम डॉ. सिंह द्वारा जिला सहकारिता पदाधिकारी, पटना एवं प्रबंध निदेशक, पाटलिपुत्र सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक प्रा0 लि0, पटना को निदेश दिया गया कि आज दिनांक 15.11.2022 को जिला टास्क फोर्स की बैठक में सभी चयनित समितियों को वर्त्तमान में लक्ष्य का 20 प्रतिशत सी0सी0 लिमिट देना सुनिश्चित किया जाय ताकि किसानों को पैक्सों/व्यापारमंडलों के माध्यम से *ससमय भुगतान* किया जा सके।
* भुगतान की प्रक्रिया:- डीएम *डॉ. सिंह द्वारा निदेश दिया गया कि पंजीकृत किसानों से क्रय किये गये धान का मूल्य किसानों को पीएफएमएस के माध्यम से क्रय के बाद तत्काल (48 घंटों के अन्दर) भुगतान की व्यवस्था की जाय।* किसी भी परिस्थिति में किसानों से क्रय किये गये धान का बकाया नहीं रखा जाय और कैश अथवा वायदा आधारित क्रय पर भी निगरानी रखी जाय। सभी पदाधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण कर इसे सुनिश्चित कराने का निदेश दिया गया।
* मिलरों का चयन:- डीएम डॉ. सिंह ने कहा सरकार के निर्देश के आलोक में *केवल उसना राईस मिलों* का ही निबंधन किया जाना है तथा उन्ही मिलों में अधिप्राप्ति कार्य हेतु संबद्ध किया जाएगा। गत जिला टास्क फोर्स की बैठक दिनांक 08.11.2022 को जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम, पटना द्वारा बताया गया था कि इस वर्ष अधिप्राप्ति कार्य हेतु अभी तक कुल 70 मिलरों के द्वारा ऑन-लाईन निबंधन किया गया है, जिसमें जिलान्तर्गत कुल-11 उसना राईस मिल है। इस संबंध में उक्त तिथि को जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम, पटना को निदेश दिया गया था कि ऑनलाईन सभी निबंधित मिलों की सूची चार सदस्यीय जाँच दल (जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम, जिला सहकारिता पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्त्ता (अधिप्राप्ति) एवं संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी) को अविलम्ब उपलब्ध करायी जाय तथा संयुक्त जाँच कर प्रतिवेदन अनुमोदन हेतु उपलब्ध करायी जाय ताकि मिलों के साथ पैक्स/व्यापारमंडल की संबद्वता सुनिश्चित कर अग्रिम सी0एम0आर0 प्राप्त करते हुए मिलिंग का कार्य प्रारंभ किया जा सके। समीक्षा के क्रम में बताया गया कि अब तक कुल 05 उसना मिलों की जाँच कर ली गयी है। डीएम डॉ. सिंह ने शेष उसना मिलों की जाँच 24 घंटे के अन्दर कर लेने का निदेश दिया। चार सदस्यीय जाँच दल (जिला प्रबंधक, रा0खा0 निगम, जिला सहकारिता पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्त्ता (अधिप्राप्ति) एवं संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी) को निदेष दिया गया कि सभी ऑनलाईन निबंधित उसना मिलों की अविलम्ब जाँच कर प्रतिवेदन उपलब्ध करायी जाय ताकि मिलों के साथ पैक्स/व्यापारमंडल की संबद्वता सुनिश्चित कर अग्रिम सी0एम0आर0 प्राप्त करते हुए मिलिंग का कार्य प्रारंभ किया जा सके। साथ ही मिलों के चयन/सत्यापन के क्रम में ध्यान रखा जाए कि किसी भी स्थिति में प्रमादी मिलरों से मिलिंग का कार्य नहीं लिया जाय। साथ ही बिना ब्लेंडिंग यूनिट अधिष्ठाापित मिलों से मिलिंग का कार्य नहीं लिया जाय।
* प्रतिवेदन भेजना:- डीएम डॉ. सिंह ने निदेश दिया कि धान क्रय की रिर्पोटिंग मोबाईल ऐप के माध्यम से प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी से प्राप्त कर समेकित प्रतिवेदन जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा दैनिक रूप से जिला आपूर्ति कार्यालय को उपलब्ध कराया जायेगा। साथ ही जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेष दिया गया कि सभी पैक्सों को मोबाईल ऐप से संबंधित जानकारी से अवगत करायेंगे।
* सी0एम0आर0 गोदाम:- गत जिला टास्क फोर्स की बैठक में जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य, निगम द्वारा हेतु इस वर्ष जिले में स्थित कुल-14 गोदामों की सूची उपलब्ध करायी गयी थी जिसमें दीघा स्थित गोदाम सं0-06 एवं 07 के संबंध में पहुँच पथ निर्माणाधीन प्रतिवेदित है। इस संबंध में अद्यतन वस्तु स्थिति से अवगत कराने हेतु जिला प्रबंधक को निदेष दिया गया। जिला प्रबंधक, राज्य खाद्य निगम, पटना द्वारा पटना जिले में स्थित सभी कुल-14 सी0एम0आर0 गोदामों पर 07 गुणवत्ता नियंत्रक की प्रतिनियुक्ति करते हुए अनुमोदन हेतु उपलब्ध कराया गया, जिसे अनुमोदित किया गया। जिला प्रबंधक को निदेष दिया गया कि सभी गोदामों पर सभी संबंधित कागजातों की व्यवस्था अविलम्ब कर ली जाय। साथ ही *अधिसूचित सी0एम0आर0 गोदामों के अवशेष भंडार शून्य* के पश्चात उक्त गोदामों की वीडियोग्राफी कराये जाने के पश्चात ही सी0एम0आर0 प्राप्त किया जाय।
* टैगिंग का कार्यः- डीएम डॉ. सिंह द्वारा सभी अनुमंडल पदाधिकारी को निदेष दिया गया कि मिलों का सत्यापन के पश्चात् अविलम्ब टैगिंग का कार्य नियमानुसार करेंगे। समीक्षा के क्रम में चार सदस्यीय जाँच दल के द्वारा बताया गया कि दानापुर अनुमंडल अन्तर्गत 03 उसना मिलों का सत्यापन किया गया है। अनुमंडल पदाधिकारी, दानापुर को निदेष दिया गया कि दानापुर अनुमंडल अन्तर्गत 03 सत्यापित मिलों को क्षमता के अनुसार समितियों से संबद्धता कर जिला टास्क फोर्स में अनुमोदन हेतु प्रस्ताव अविलम्ब उपलब्ध कराया जाय।
* गन्नी बैग की उपलब्धताः- जिला प्रबंधक द्वारा बताया गया कि लगभग 6100 वेल गन्नी उपलब्ध है, गन्नी बैग की कोई कमी नहीं है। उन्हें निदेश दिया गया कि गन्नी बैग की आवश्यकता के संबंध में धान क्रय हेतु लक्ष्य के अनुरूप प्रखंडवार समीक्षा कर लें एवं आवश्यकतानुसार इसकी उपलब्धता सुनिश्चित करायें। किसी भी स्थिति में गन्नी बैग की कमी नहीं हो, इसका ध्यान रखा जाय।
* नमीमापक यंत्र:- जिला सहकारिता पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि कुल 183 अधिसूचित सभी क्रय केन्द्रों पर नमीमापक यंत्र लगा हुआ है। डीएम डॉ. सिंह द्वारा निदेश दिया गया कि जिला सहकारिता पदाधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि *कहीं से ऐसी शिकायत न हो कि नमी का बहाना बनाकर अधिप्राप्ति नहीं किया जा रहा हो।*
* निरीक्षण:- *डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, पटना जिला अपने क्षेत्रान्तर्गत गुणवत्तापूर्ण अधिप्राप्ति हेतु जिम्मेवार होंगे।* उक्त क्रम में वे क्रय केन्द्रों पर नियमित निरीक्षण करते हुए विभागीय निदेशों का सख्ती से अनुपालन करायेगें। किसी भी परिस्थिति में *ऑनलाईन चयनित किसानों से ही धान क्रय किया जाए।* बिचौलिये या अन्य कोई संगठन से क्रय किये जाने का मामला प्रकाश में आने पर इसे *गंभीरता* से लिया जाएगा। उन्हें निदेश दिया गया कि वैसे पैक्स जिनके द्वारा वर्तमान अधिप्राप्ति वर्ष में धान क्रय किया गया है, के भंडार का शत-प्रतिशत निरीक्षण कर प्रतिवेदन तीन दिनों के अंदर समर्पित करेगें। जिला सहकारिता पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि पैक्सवार अधिसूचित गोदामों की सूची सभी अनुमंडल पदाधिकारी को तुरंत उपलब्ध करा दें। पैक्स द्वारा क्रय किये गये धान उनके अधिसूचित गोदाम में ही रखा जाएगा। डीएम डॉ. सिंह ने निदेश दिया कि सभी प्रखण्डों के नोडल पदाधिकारी सरकार के निदेशानुसार सप्ताह में *तीन दिन* क्षेत्र का भ्रमण कर क्रय केन्द्रों का निरीक्षण करेगें एवं क्षेत्र भ्रमण कर धान बिक्री करने वाले किसानों से साक्षात्कार कर सत्यापन करेगें एवं प्रतिवेदन समर्पित करेगें। *यह भी सुनिश्चित किया जाय कि मात्र उसना राईस मिलों को ही अधिप्राप्ति कार्य में संबद्ध किया जाय* तथा इस आशय की सूचना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय।
डीएम डॉ. सिंह ने सभी संबद्ध पदाधिकारियों को धान अधिप्राप्ति कार्य में सजग एवं तत्पर रहने का निदेश दिया है।