बिहार के नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी यादव जी ने कुशेश्वरस्थान विधानसभा के उपचुनाव में लगातार तीसरे दिन भी सघन चुनाव प्रचार जारी रखा।

त्रिलोकी नाथ प्रसाद:- उन्होंने बिरौल प्रखंड के कई पंचायतों का दौरा किया। अपने हर संबोधन में श्री तेजस्वी यादव जी का बुजुर्गों से आशीर्वाद माँगना स्थानीय लोगों के दिल को खूब भा रहा है। श्री तेजस्वी जी ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल A टू Z की पार्टी है। 2020 में भी बिहार के हर वर्ग के लोगों का राजद को आशीर्वाद मिला और उपचुनाव में भी तारापुर और कुशेश्वरस्थान की जनता वर्तमान अहंकारी सरकार को सबक सिखाने के लिए एकजुट और प्रतिबद्ध है।
श्री तेजस्वी यादव जी की ईमानदार राजनीति हर वर्ग, हर दल के लोगों को आकर्षित कर रही है। पूरे उत्साह से बिहार को प्रगति पथ पर अग्रसर करने के लक्ष्य और जनसेवा की इच्छा लिए सामाजिक कार्यकर्ता सहर्ष राष्ट्रीय जनता का हिस्सा बन रहे हैं। आज बिरौल प्रखंड में बीस सूत्री के अध्यक्ष एवं पूर्व महामंत्री ऑल बिहार ब्राह्मण फेडरेशन के अध्यक्ष श्री कैलाश कुमार चौधरी जी, जदयु युवा प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष श्री हसन अहमद खाँ, जदयु अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष श्री शमीम अहमद खाँ, महादलित प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष श्री रामचन्द्र सदा, श्री संजीव झा, श्री संजीव सिंह उर्फ पप्पू सिंह, श्री कौशल झा, श्री संजय यादव, श्री जयराम चौधरी, श्री शैलेंद्र मोहन आचार्य जी के साथ जदयु के सैंकड़ों नेताओं व कार्यकर्ताओं ने राजद की सदस्यता ग्रहण की।
पूरा कुशेश्वरस्थान पिछड़ेपन का शिकार है और 15 साल से यहाँ विधायक का चुनाव जीतने वाली जदयू और प्रदेश में 16 साल से NDA गठबंधन दोषी है। पूरा कुशेश्वरस्थान अकल्पनीय भ्रष्टाचार, अफसरशाही, सरकारी बंदरबांट, ठेकेदारों की मनमानी और प्रशासन की कोताही से पीड़ित है।
सड़कें ऐसी हैं कि सड़क पर ही चलने लायक स्थान खोजना पड़ जाता है। बिजली, स्वच्छ पेय जल, शिक्षा, स्वास्थ्य सबकी समस्या है। स्कूल, कॉलेज, अस्पताल बदहाली की मिसाल हैं। सरकारी दफ्तरों में घूस के बिना एक पत्ता नहीं हिलता। विधायक, सांसद तक घूस भ्रष्ट वसूली का पैसा पहुँचता है।
स्थानीय नागरिक काम और रोजगार के लिए दूसरे प्रदेश में पलायन को मजबूर हैं। यहाँ ना उद्योग हैं और ना कोई निरन्तर काम मिलने के उपाय व व्यवस्था। पूरे विधानसभा की बदहाली और निकम्मी सरकार के कारण स्थानीय निवासियों की बदनसीबी को देखकर प्रतीत होता है कि मानो इस विधानसभा और यहाँ के लोगों का कोई अस्तित्व ही नहीं है।