पूरे राज्य में मनातू सबसे पिछड़ा हुआ प्रखंड, व यहां की स्वास्थ्य सुविधाएं स्वयं बीमार हैं – अमित तिवारी
नवेंदु मिश्र
मनातू – भारतीय जनता पार्टी मनातू मंडल इकाई की एक अहम बैठक हुई जिसमें आगामी 23 अगस्त को रांची में युवा आक्रोश रैली में भाग लेने हेतु विषय वस्तु पर विस्तार से चर्चा हुई जिसमें
जिला अध्यक्ष अमित तिवारी की गरिमामई उपस्थिती हुई। जिला अध्यक्ष अमित तिवारी ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड में जो सरकार है वह युवाओं को छलने का काम करती है। यही सरकार जब विपक्ष में हुआ करती थी तो युवाओं को प्रत्येक वर्ष 5 लाख नौकरी देने का वादा की थी और जब तक उन्हें नौकरी नही मिल जाती है तब तक बेरोजगारी भत्ता के रूप में प्रतिमा ₹5000 और स्नातकोतर पास युवाओं को प्रत्येक माह ₹7000 देने का वादा की थी। जिससे वह मुकर गई है और आज जब चुनाव में केवल दो माह बचे हुए हैं तब मईयां सम्मान योजना ला करके महिलाओं को भी छलने का काम कर रही है। यदि किसी कारणवश चुनाव से पूर्व एक महीने का महिला सम्मान मिल भी गया तो आगे की स्थिति तो आपसे और हमसे छुपी हुई नहीं है। पलामू में मनातू एक ऐसा मंडल है जो विकास के मामले में सबसे पिछड़ा हुआ है। यहां विधि व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है वैसे तो पूरा का पूरा हाल पलामू जिला के साथ-साथ पूरे झारखंड का भी यही है। लॉ एंड ऑर्डर के नाम पर सब कुछ शून्य है ,स्वास्थ्य सेवा की बात को जैसे ही जिला अध्यक्ष ने सुना त्वरित कार्रवाई करते हुए अस्पताल परिसर में गए वहां जाने पर उन्हें ताला लटका हुआ मिला । इसके विरोध में जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में सभी कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया व “हेमंत सोरेन हाय – हाय” “मनातू में स्वास्थ्य सेवा बहाल करना होगा” “हेमंत सोरेन होश में आओ” “मनातू क्षेत्र वासियों से सौतेला व्यवहार करना बंद करो” जैसे नारों से मनातू के चेकनाका चौक को गूंजायमान कर दिया जो दृश्य देखने लायक था ।
उन्होंने यह भी कहा कि मनातू का उप स्वास्थ्य केंद्र पदमा में स्थापित कर दिया गया है और उसकी हालत यह है कि वहां मवेशी बांधे जाते हैं । अब यह किसकी नैतिक जिम्मेवारी है कम से कम यह तो तय हो। मनातू प्रखंड मुख्यालय की सेवाएं पदमा में स्थापित कर दी जाती है पदमा में स्वास्थ्य सेवाएं देना अच्छी बात है लेकिन मनातू से जो प्रखंड मुख्यालय है उसे हटाना किसी भी तरीके से उचित नहीं है ।
वही मंडल प्रभारी नवेन्दु मिश्र सभा को संबोधित करते हुए अचानक बोल पड़े यदि आप मनातू क्षेत्र में रहते हैं तो रविवार तो छोड़ दीजिए किसी भी दिन बीमार पड़ना आपका अधिकार क्षेत्र में है ही नहीं। या तो यहां के लोगों को आजीवन आरोग्यता प्राप्त है या फिर राज्य सरकार इन्हें खुद के बल पर छोड़ रखी है। और इसके पीछे सिर्फ और सिर्फ एक ही कारण है कि यहां भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं । कमों बेस पूरे राज्य भर में यही स्थिति है जहां-जहां भारतीय जनता पार्टी के विधायक और सांसद हैं उन्हें उनकी अपने हाल पर ही छोड़ दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि हेमंत सोरेन की सरकार आने से पूर्व युवाओं से वादा करके आई थी कि हम राज्य में होने वाले किसी भी परीक्षा के लिए मात्र ₹ 100 शुल्क लेंगे जबकि सीडीपीओ की बहाली के लिए ₹ 600 और टेट की परीक्षा देने के लिए ₹ 1300 यानी पिछले 6 माह में तो 6 गुना झूठ बोला गया था जो कि अब बढ़ करके 13 गुना हो गया है। आज प्रत्येक विद्यार्थी जो शिक्षक बनने की आस लगाए हुए हैं उन्हें ₹ 1300 और फर्स्ट सेकंड दोनों पाली में एग्जाम देने वालों को ₹ 1500 का शुल्क उगाही करने का काम या सरकार कर रही है। युवाओं के बल पर बनी सरकार युवाओं को ही जेब ढीली करने को विवश कर दी है।
मंडल अध्यक्ष अंतू यादव ने कहा कि राज्य की इस घमंडी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अपने मंडल में माहौल बनाएंगे। वहीं सांसद प्रतिनिधि बिगु साहू ने कहा कि यह सरकार गरीब विरोधी, महिला विरोधी और युवाओं की विरोधी है । इससे अच्छी तो पूर्व की सरकार थी जो एक मिस कॉल पर बड़े-बड़े अधिकारियों के मन में हड़कंप मचा के रखती थी। वहीं मंच का संचालन हरेंद्र पासवान ने किया। मंडल के पूर्व ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष के निधन पर सभी ने 2 मिनट का मौन रखा व उनकी आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की। मौके पर परमेश्वरी लोहार बिंदेश्वरी राम राकेश राम दयाल भैया सनी अहमद प्रमोद भारती कमलेश कुमार जोगिंदर यादव दीपक यादव अशोक यादव अरुण मेहता शोभन यादव उदय यादव लक्ष्मण साहू पिंटू कुमार नागेंद्र राम करेशराम संजू कुमार संजय कुमार नागेंद्र कुमार के साथ कई कार्यकर्ता उपस्थित थे सभा समाप्ति की घोषणा संजय यादव ने किया।