किशनगंज : हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में नियमित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्धेश्य से निरीक्षण आवश्यक : डा. उर्मिला
काशीबारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का किया गया निरीक्षण
किशनगंज, 21 फरवरी (के.स.)। धर्मेन्द्र सिंह, जिले में कुल 146 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर स्थानीय ग्रामीणों को लगातार स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मुहैया करवाने के उद्देश्य से जिला स्वास्थ्य समिति लगातार कार्य कर रही है। इसी क्रम में जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डा. उर्मिला कुमारी ने कोचाधामन प्रखंड अंतर्गत काशीबाड़ी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के क्रम में बताया कि जिलाधिकारी तुषार सिंगला एवं सिविल सर्जन डा. मंजर आलम के दिशा-निर्देश के आलोक में लगातार हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर ग्रामीणों की ब्लडप्रेशर व डायबिटीज जांच के साथ जरूरतमंदों को कैंसर, योगाभ्यास, एनसीडी, चर्म रोग, जैसे रोगों की स्क्रीनिंग की जा रही। साथ-साथ जरूरतमंदों को टेलीमेडिसिन सेवा उपलब्ध करायी जाती है। वहीं स्वास्थ्य संबंधी रिकार्ड को सहेजने के लिये लाभुकों के हेल्थ आईडी कार्ड आभा निर्माण की सुविधा सभी केंद्रों पर उपलब्ध करवाई जाती है। ताकि सामुदायिक स्तर पर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। आयुष्मान भारत के तहत जिले में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्ल्यूसी) को और भी सुदृढ़ किया जा रहा है। ताकि, एचडब्ल्यूसी से जुड़े क्षेत्र के सभी लाभार्थियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। इसके लिए समय समय पर जिला स्तरीय स्वास्थ्य पदाधिकारियों के द्वारा लगातार निरीक्षण भी किया जा रहा है। डा. उर्मिला कुमारी ने बताया कि जन आरोग्य समिति के गठन का मुख्य उद्देश्य स्थानीय पंचायतों के जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों को जोड़कर सुविधाओं के अंतर्गत आने वाली समस्याओं पर चर्चा कर उसका निष्पादन पंचायत स्तर पर ही किया जाना है। विभाग से मिले निर्देशों के अनुसार एचडब्ल्यूसी पर स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं के प्रावधान के संबंध में इसके संचालन, प्रबन्धन, उपभोग और जवाबदेही सुनिश्चित करने में जन प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी के लिए आयुष्मान भारत-जन आरोग्य समिति के रूप में एक मंच उपलब्ध कराया जा रहा है। डा. उर्मिला कुमारी ने बताया कि एचडब्ल्यूसी कार्यक्रम अन्तर्गत स्वास्थ्य उपकेंद्रों व अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स की स्थापना की गई है। अब एचडब्ल्यूसी में रूपांतरित सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के रोगी कल्याण समिति को परिवर्तित कर जन आरोग्य समिति के रूप में गठित की गयी है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में रूपांतरित सभी स्वास्थ्य उपकेंद्रों में भी उपरोक्त उद्देश्य के लिए जन आरोग्य समिति का गठन किया गया है। उपरोक्त दोनों प्रकार के सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर जन आरोग्य समिति के लिए मूल सिद्धांत समान होंगे। डा. उर्मिला कुमारी ने बताया एनसीडी कार्यक्रम के तहत सभी पीएचसी, एपीएचसी, एचएससी के कार्य क्षेत्र में सप्ताह में तीन दिन सोमवार, गुरुवार व शनिवार को कैंप का आयोजन होता है। कैंप के माध्यम से आशा कार्यकर्ताओं द्वारा उपलब्ध कराये गये सी-बैक फार्म अंकित सूचनाओं का हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर कार्यरत डाटा इंट्री ऑपरेटर व एएनएम के माध्यम से डिजिटाइजेशन किया जाता है। इसके उपरांत सभी संबंधित व्यक्तियों की संबंधित क्षेत्र के सीएचओ व एएनएम द्वारा उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कैंसर सहित अन्य रोगों की स्क्रीनिंग की जाती है। कैंप से संबंधित तमाम गतिविधियों का पर्यवेक्षण व अनुश्रवण कर इससे संबंधित प्रतिवेदन प्रभारी चिकित्सा प्रभारी के माध्यम से जिला स्वास्थ्य समिति व गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यालय को उपलब्ध करायी जाती है। सिविल सर्जन डा. मंजर आलम ने बताया नॉन कम्युनिकेबल डिजीज अर्थात गैर संचारी रोग संक्रामक नहीं है। लेकिन इनके ग्रसित व्यक्तियों का यदि समय पर सही इलाज ना हो तो उसकी मौत भी हो सकती है। ऐसे मरीजों को नि:शुल्क रूप से जांच, उपचार व दवा प्रदान करने के लिए एनसीडी क्लीनिक स्थापित की गयी है। यह क्लीनिक राष्ट्रीय गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत संचालित होता है। जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डा. उर्मिला कुमारी ने बताया एनसीडी कार्यक्रम के तहत कैंसर की स्क्रीनिंग तथा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जागरूकता कार्यक्रम में डा. सद्दाम अंसारी, के द्वारा कुल 23 ग्रामीणों की स्क्रीनिंग की गयी जिसमे 14 महिला व 9 पुरुष शामिल हुए ।