बच्चों को रोचक और आयु सम्यक साहित्य उपलब्ध कराने का किया जा रहा प्रयास, जाने कहां और कैसे…
विश्व साक्षरता दिवस की तैयारी में हजारीबाग की जिला उपायुक्त ने झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद और रूम टू रीड इंडिया की संयुक्त प्रयास से चलाई जा रही साक्षरता वैन को दिखाई हरी झंडी
हजारीबाग : हजारीबाग उपायुक्त व जिला मजिस्ट्रेट नैंसी सहाय ने कलेक्टर कार्यालय के प्रांगण से झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद और रूम टू रीड इंडिया की संयुक्त प्रयास से चलाई जा रही साक्षरता वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मौके पर के जिला शिक्षा पदाधिकारी उपेंद्र नारायण तथा हजारीबाग के एफएलएन नोडल शैलेंद्र कुमार विशेष रुप से मौजूद रहे। यह साक्षरता वैन प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों में पढ़ने लिखने की आदत को जगाने के अभियान का हिस्सा है। 8 सितंबर को विश्व साक्षरता दिवस के अवसर पर यह अभियान अपनी परिणति पर पहुंचेगा। रूम टू रीड इंडिया देश तथा वैश्विक स्तर पर शिक्षा को बढ़ावा देने वाला संगठन है, इसी क्रम में रूम टू रीड ने इस साक्षरता वैन की पहल शुरू की है।
वैन में होगी 500 बाल साहित्य :
वैन में हिंदी भाषा की 500 के लगभग बाल साहित्य होंगी। पूरे सप्ताह के दौरान यह वैन जिले के सभी 10 मंडलों का दौरा करेगी। दिन में यह वैन स्कूलों में तथा शाम में सामुदायिक भवनों में जाएगी। इस अभियान के अंतर्गत प्राथमिक स्तर के यानी कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों को वैन के पास बैठकर किताबें पढ़ने का अवसर दिया जाएगा। कुछ घंटे एक स्थान पर रुकने के बाद वैन अपने अगले गंतव्य की ओर बढ़ चलेगी। रूम टू रीड इंडिया हजारीबाग जिले में निपुण भारत कार्यक्रम (नेशनल इनीशिएटिव फार प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग) की दिशा में काम कर रहा है, यह वैन भी इसी दिशा में एक प्रयास है।
जिले में साक्षरता दर को सुधारने का प्रयास :
हजारीबाग की उपायुक्त एवं जिला मजिस्ट्रेट नैंसी सहाय ने कहा कि झारखंड सरकार प्रदेश में साक्षरता दर को सुधारने का प्रयास कर रही है। इसी क्रम में झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद बच्चों में पढ़ने की ललक पैदा करने के लक्ष्य से रूम टू रीड इंडिया जैसे सहयोगियों के साथ मिलकर बच्चों को रोचक तथा आयु सम्यक साहित्य उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। इस दिशा में मोबाइल वैन का इस्तेमाल एक सराहनीय कदम है। 2011 की जनगणना के अनुसार हजारीबाग में कुल साक्षरता दर 70.48 प्रतिशत जबकि पुरुष एवं महिला साक्षरता दर क्रमशः 81.15 प्रतिशत एवं 59.25 प्रतिशत है। साक्षरता दर में सुधार करने के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से अगले कुछ महीनों के दौरान रूम टू रीड जिले भर में 112 क्लस्टर पुस्तकालयों की स्थापना करने वाला है। ये पुस्तकालय जिले के क्लस्टर संसाधन केंद्रों (सीआरसी) में स्थापित किए जाएंगे। प्रत्येक पुस्तकालय में 800 के लगभग पुस्तकें होंगी तथा जिले भर में प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को एक लाख पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगीं।
मोबाइल वैन पुस्तकालय रखता है विशेष महत्व :
रूम टू रीड इंडिया की कंट्री डायरेक्टर पूर्णिमा गर्ग ने बताया कि रूम टू रीड इंडिया के साक्षरता अभियान में मोबाइल वैन पुस्तकालय विशेष महत्व रखता है। इस नवीन पहल के द्वारा हमें राज्य सरकारों के साथ सार्थक सहयोग करने का अवसर मिला है। जिस कारण दूरदराज क्षेत्रों में पुस्तकों की अनुपलब्धता की समस्या का निवारण किया जा सकेगा। हजारीबाग में भी जिला प्रशासन के साथ इस साझे प्रयास का यह नतीजा निकलेगा कि प्रत्येक बच्चे को पढ़ने और सीखने का अवसर मिलेगा। आसपास स्थित प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक समय-समय पर इन क्लस्टर पुस्तकालयों से पुस्तकें अपने स्कूल ले जाकर बच्चों को पढ़ने के लिए प्रदान कर सकते हैं। ये पुस्तकें बच्चों को इश्यू भी की जाएंगी ताकि वे घर जाकर भी पढ़ने का आनंद ले सकें। क्लस्टर पुस्तकालयों के माध्यम से रूम टू रीड इंडिया जिले के सभी 1430 प्राथमिक विद्यालयों को पुस्तकें उपलब्ध कराने में सक्षम होगा।