किशनगंज : अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होगा गृहे गृहे गायत्री यज्ञ अभियान।

2026 में गायत्री माता का मनाया जाएगा जन्म शताब्दी वर्ष।
किशनगंज/धर्मेन्द्र सिंह, तेघरिया गायत्री शक्तिपीठ में गायत्रीतीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में आयोजित एक दिवसीय उपजोन संगोष्ठी देव् भूमि शान्तिकुंज हरिद्वार से आये पूर्वी जोन जोलन प्रभारी वीरेंद्र तिवारी के अध्यक्षता में रखा गया। उक्त कार्यक्रम में शान्तिकुंज के प्रतिनिधि सिलीगुड़ी जोन, पुर्णिया उपजोन, कटिहार, अररिया और किशनगंज के परिजन गोष्ठी में शामिल हुए। गायत्री परिजनों ने शान्तिकुंज से पधारे अतिथियों का भव्य स्वागत गायत्री महामंत्र शंख ध्वनि व पुष्प वर्षा कर किया।
गायत्री परिवार के ट्रस्टी मिक़्क़ी साहा ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जोनल प्रमुख वीरेन्द्र तिवारी को गायत्री मंत्र चादर और मेमोंन्टो प्रदान किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ गायत्री मंत्र के ध्वनि के साथ वीरेन्द्र तिवारी व गायत्री परिजनों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए जोनल प्रमुख वीरेन्द्र तिवारी ने बताया कि गायत्री परिवार के संस्थापक वेदमूर्ति, तपोनिष्ठ, युग ऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के उद्घोष ‘21वी शताब्दी उज्ज्वल भविष्य एवं वन्दनीया माता भगवती देवी शर्मा जी के जन्म शताब्दी वर्ष 2026 तक की कार्य योजनाओं पर गहन चिंतन हेतु प्रांत स्तर पर यह आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2026 तक चार महा संजोक एक साथ होने जा रहा है। एक अखण्ड दीप जो 18 जनवरी 1926 से निरंतर जल रहा है उनका शताब्दी वर्ष 2026 में होगा। दूसरा माता जी का अवतरन दिवस 20 सितम्बर 1926 तीसरा अति मानस का अवतरण चौथा गुरुदेव की साधना की शुरूवार चारो का शताब्दी वर्ष है 1926 जो की 2026 में एक सौ वर्ष पूरे होने वाले है। इसके चार मुख्य काम करना है। प्रथम गृह गृह गायत्री यज्ञ दूसरा घर घर देव् स्थापना तीसरा आत्म परिष्कार की साधना व्यक्ति निर्माण चौथा अपने जैसा कम से कम पांच लोगों गायत्री मिशन के साथ जोड़ना है।
कार्यक्रम में शान्तिकुंज से पधारे त्रिलोचन साहू, तपन डे, धर्मेंद्र कुमार, जॉन प्रभारी डॉ विजय अग्रवाल, उपजोन प्रभारी प्रदीप पांडेय, मायकांत झा, जोन समन्वयक दशरथ साह, काशी प्रसाद गुप्ता, विनोद कुमार पांडेय, ट्रस्टी सुदामा राय, युगल किशोर तोषनीवाल, चेतनारायण, अनिल कुमार आर्य, डॉ प्रिंयका आर्य, छवि सौरभ कुमार, प्रवीर प्रसुन्न, ब्रजेश चन्द्र रोशन, सहित गायत्री परिवार के परिजन बड़ी संख्या में मौजूद थे।