बारिश ने बदला मौसम का अंदाज, सर्द हवाओं ने बढ़ाई कप कपी आम जनजीवन प्रभावित।

यशवंत कुमार :-बछवाड़ा (बेगूसराय) : मंगलवार को दिन भर धूप भी लुकाछिपी के अंदाज ने भारी ठंड पड़ने की संभावना का संकेत दिया। शाम पड़ते ही क्षेत्रों में हल्की फुल्की बूंदा बूंदी वर्षा ने ठंड की रफ्तार बढ़ा दी। रात भर हल्की-फुल्की वर्षा एवं चल रही सर्द हवाओं ने मौसम को इतना प्रभावित किया की घने कोहरे की वजह से रोड मार्ग पर वाहनों की रफ्तार भी धीमी रही। गांव और कस्बों में सामने की बस्तु भी ओझल दिखने लगी। अहले सुबह कड़ाके की ठंढ़ भी इतनी तेजी से अपना रूप दिखाना शुरू किया कि मानो इसके प्रकोप में पूरे आम जनजीवन प्रभावित होते नजर आए। दिनभर मौसम का पारा नीचे की ओर गिरता गया । मानव जीवन एवं पशुओं भी ठंड की भारी प्रकोप से प्रभावित रहे। जिसकी वजह से आम लोग घर में ही दुबके नजर आए। सुबह में बाजार और गांव का रास्ता सुनसान दिख रहा था। भारी ठंड ने सबसे ज्यादा प्रभावित दैनिक मजदूरों, रिक्शा व ठेला चालकों , किसानी कार्य में लगे किसानों, खेतिहर मजदूरों, फेरी वाले व्यवसायियों , के अलावे विद्यालय और कोचिंग में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा प्रभावित किया । खासकर एक स्थान से दूसरे स्थान जाने वाले बाइक सवारों एवं साइकिल सवारों को भारी संकट झेलना पड़ा, बाजार या कहीं चौक चौराहे पर अलाव की व्यवस्था नहीं रहने से सबसे ज्यादा मुसीबत का सामना आने जाने वाले राहगीरों तथा बेसहारों को करना पड़ा। इस विपरीत मौसम का सबसे ज्यादा खामियाजा किसानों को भुगतने की संभावना तेज हो गई है। चुकी रबी की फसल गेहूं की बुवाई का समय बिल्कुल समाप्त हो गया है। प्रखंड के दर्जनों गांव बछवाड़ा नारेपुर मरांची राजापुर अहियापुर मंसूरचक भगवानपुर चमथा के निचले हिस्से में अब तक हजारों हेक्टेयर भूमि में बुआई नहीं हो पाया है। कुछ किसान गीली मिट्टी को चीर कर खेतों की बुवाई के आसार में लगे हुए थे। नाममात्र का ही बोआई हो पाया था। इस बूंदा बूंदी तथा मौसमों मै सर्द और नवमी की वजह से कुछ और इंतजार करना पड़ सकता है। जब खेती पीछे होगी। तो आने वाले समय में किसानों को सबसे बड़ा संकट अनाज और चारों का होगा। बड़ी लागत और कम उपज किसानो की आर्थिक तंगी का साफ संकेत ब संभावना दिख रहा है। दोपहर को फिर आई भारी बारिश ने अपना कड़ा रुख अख्तियार कर लिया। जिससे सामान्य जन-जीवन और प्रभावित होगा।